क्या केवल ऑटो, ई-रिक्शा पंजीयन बंद करने से ठीक हो जाएगी शहर की यातायात व्यवस्था…?

क्या केवल ऑटो, ई-रिक्शा पंजीयन बंद करने से ठीक हो जाएगी शहर की यातायात व्यवस्था…?
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आरटीओ से पूछना चाहा, तो बंद कर लिया मोबाइल
किसी भी व्यवस्था को बंद करना समस्या का समाधान नहीं : महापौर टटवाल
उज्जैन।महाकाल लोक के लोकार्पण पर कहा गया था कि इससे शहर की अर्थव्यवस्था को पंख लगेंगे। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। हर क्षेत्र में उज्जैन आगे होगा। लेकिन शहर में ध्वस्त हो रही ट्रैफिक व्यवस्था से इसके उलट हो रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इसका ठीकरा ऑटो, ई-रिक्शा वालों पर फोड़ा जा रहा है। आरटीओ का कहना है कि ऑटो, ई-रिक्शा के पंजीयन बंद करेंगे और महाकाल लोक जाने पर एक्स्ट्रा शुल्क वसूला जाएगा।
इस समय देशभर से उज्जैन आने वाला श्रद्धालु सबसे पहले महाकाल और महाकाल लोक जाना चाहते हैं। जाने का सुलभ साधन ऑटो, ई-रिक्शा है। आरटीओ के बयान के बाद इनकी धड़कनें बढ़ गई है, वहीं शहर के जनप्रतिनिधियों में भी नाराजगी है। शहरवासियों का प्रश्न है कि ‘महाकाल और महाकाल लोक के अलावा भी पूरे शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। क्या इसमें भी ऑटो, ई-रिक्शा वालों का हाथ है? बीच शहर में यात्री बसें दौड़ रही है, एक्सीडेंट हो रहे हैं, चौराहे तो ठीक गली-मोहल्लों में जाम लग रहा है। क्या अधिकारी इस पर विचार कर रहे हैं….?
महापौर मुकेश टटवाल ने कहा अधिकारियों के पास अब समाधान नहीं बचा। कार्तिक मेले में हादसा हुआ तो मेला बंद कर दो, महाकाल क्षेत्र में यातायात न संभले तो ऑटो, ई-रिक्शा बंद कर दो। ऐसे तो पूरा शहर बंद कर देंगे? जरूरी है कि बैठकर बात करें। मैं कई दिनों से कलेक्टर-एसपी से मांग कर रहा हूं कि यातायात को लेकर बैठक करो, किसी के पास फुर्सत नहीं है। अधिकारी अपनी मर्जी से सब तय कर रहे हैं।
वरिष्ठ विधायक पारस जैन ने कहा मैं कलेक्टर-एसपी से चर्चा करुंगा। आरटीओ को ऐसी बात नहीं कहना चाहिए। पहले वह यह देखें कि शहर की सड़कों पर इतने अधिक ऑटो, ई-रिक्शा आए कैसे? लोगो ने लोन लिया और रोजगार के साधन ले आए। अब रोजगार छीन लोगे। यह गलत तरीके हंै। जनप्रतिनिधियों के साथ बैठकर तय करें हर समस्या का हल होता है।
एसपी सत्येंद्र शुक्ल ने कहा कि ऑटो-ई रिक्शा का नया पंजीयन बंद करने का निर्णय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हुआ था। इस समय करीब तीन हजार ऑटो और 2 हजार ई-रिक्शा चल रहे हंै। पूरे महाकाल क्षेत्र में जाम लगा है। कुछ कड़े निर्णय तो लेना होंगे। पुलिस एक पार्ट है। नगर निगम की भी यातायात सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका है। रही बात जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक की, तो वह जल्द ही बुलवा रहे हैं









