कोरोना के बूस्टर डोज में लोगों की रूचि नहीं, मात्र 3.34 लाख लोगों ने लगवाए

दो लहर में 178 लोगों की हो चुकी मौत चौबीस हजार से अधिक हुए थे संक्रमित
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उज्जैन। चीन में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के बाद भारत में भी सतर्कता बढ़ा दी गई है। विगत दिनों देश के साथ माधव नगर अस्पताल में कोरोना से सतर्कता को लेकर मॉक ड्रील भी की गई, वहीं वैक्सीनेशन की स्थिति इससे पूरी तरह उलट है। कोरोना वैक्सीन के पहले व दूसरे डोज के लिये लोगों ने जिस तरह रूझान दिखाया उससे आधे लोगों ने भी अब तक बूस्टर डोज नहीं लगवाया है।
देश में कोरोना के नए वैरिएंट की आहट के साथ ही शासन स्तर पर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मॉक ड्रील कर संसाधनों को एक बार फिर तैयार भी किया जा रहा है। शहर में फिलहाल कोई कोरोना मरीज नहीं है फिर भी सतर्कता के चलते मंगलवार को माधव नगर अस्पताल में मॉक ड्रील हुई। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक कोरोना को लेकर सभी प्रकार की दवाएं मौजूद हैं। ऑक्सीजन प्लांट भी चालू है और आईसीयू सहित अन्य वार्ड भी तैयार हैं, वहीं दूसरी ओर लोगों का वैक्सीनेशन के प्रति रूझान खत्म होता जा रहा है।
यह है बूस्टर डोज की स्थिति
कोरोनाकाल में जिले में कुल 16 लाख 84 हजार लोगों ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लगवाया और 16 लाख 5 हजार लोगों ने दूसरा डोज भी लगवाया था। इससे लोगों में कोरोना संक्रमण से लडने की क्षमता बढ़ी थी जिसे बनाये रखने के लिये शासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा बूस्टर डोज लगवाने की सलाह दी गई लेकिन मात्र 3.34 लाख लोगों ने ही बूस्टर डोज लगवाया। हालांकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा फस्र्ट लाइन वर्कर के साथ साथ शासकीय कर्मचारियों, पुलिस विभाग को अनिवार्य रूप से बूस्टर डोज लगाये गये जबकि सामान्य लोगों ने बूस्टर डोज लगवाने में रूचि नहीं दिखाई।
24 हजार से अधिक हुए थे संक्रमित
कोरोनाकाल में मार्च 2020 तक संक्रमित लोगों की संख्या 24 हजार से अधिक रही थी जबकि 178 लोगों की कोरोना से मृत्यु शासकीय रिकॉर्ड में दर्ज है। जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये 1033 बेड उपलब्ध हैं। हालांकि वर्तमान में जिले में कोई भी कोरोना मरीज नहीं मिला है।









