हरिफाटक ब्रिज को ही बना दिया था पार्किंग स्थल

सात हजार से अधिक दो पहिया वाहन खड़े थे ब्रिज पर, अधिकारी बोल रहे के्रेन से हटवाया गया….

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निजी वाहनों से बड़ी संख्या में लोग आए थे महाकाल महा लोक देखने

उज्जैन।नए साल के पहले दिन 1 जनवरी को शहर की टे्रफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई। शहर के कई रास्तों पर वाहनों का जमावड़ा हो गया था।

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लोगों का पैदल चलना ही मुश्किल भरा रहा। इस बीच हरिफाटक ब्रिज को ही टे्रफिक पुलिस ने पार्किंग स्थल बना दिया। यहां पर हजारों दो पहिया वाहन खड़े करवा दिए गए। हालांकि पुलिस के बड़े अफसर बोल रहे हैं कि लोगों ने ही ये वाहन खड़े कर दिए थे जिन्हें बाद में क्रेन से हटवा दिया गया।

नववर्ष की शुरुआत बाबा महाकाल के दर्शन से करने के लिए देशभर से भक्त 31 दिसंबर से ही धार्मिक नगरी में पहुंंचना शुरू हो गए थे। यह सिलसिला 1 जनवरी को दिनभर रहा। दर्शनार्थियों को महालोक से प्रवेश दिया जा रहा था। टे्रनों-बसों के साथ ही निजी वाहनों से भी बड़ी संख्या में लोग आए थे। इस कारण शहर की टे्रफिक व्यवस्था बिगड़ गई।

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इधर सारे पार्किंग स्थल भी फुल हो गए थे। इस कारण वाहन चालक इधर-उधर वाहनों को रखकर महाकाल दर्शन के लिए कतार में खड़े हो गए। बताया जाता है कि हरिफाटक ब्रिज पर टे्रफिक पुलिस ने दोपहिया वाहनों को खड़ा करवाना शुरू कर दिया। देखते ही देखते यहां पर सात हजार से अधिक वाहन पार्क हो गए।

ऐसा नजारा पहली बार दिखाई दिया। लोग पैदल ही हरिफाटक ब्रिज से महालोक की ओर जा रहे थे। इधर सिटी एएसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि कई लोगों ने अपनी मर्जी से इधर-उधर वाहनों को खड़ा कर दिया था। टे्रफिक व्यवस्था नहीं बिगड़े इसके लिए क्रेन से वाहनों को हटवाया गया। पार्किंग के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई थी। वहां पर भी वाहन खड़े करवाए जा रहे थे। भीड़ अनुमान से अधिक आ गई थी। इसलिए परेशानी आई।

ऑटो ई-रिक्शा वालों ने मनमाना किराया वसूला

श्रावण मास के बाद नए साल में महाकाल दर्शन के लिए भीड़ उमड़ी। रविवार को ऑटो और ई-रिक्शावालों ने भी मनमाना किराया वसूला। कोई भी ऑटो मीटर से चलता नजर नहीं आया। दो-तीन किलोमीटर जाने के 100 से 200 रुपए बाहर से आए लोगों से वसूलते रहे। इसी तरह ई-रिक्शा और मैजिक वाले भी पीछे नहीं रहे। इधर रेलवे स्टेेशन ओर बस स्टैंड पर भी रात तक भीड़ रही। सभी टे्रनें और बसें यात्रियों से ठसाठस भरी थी।

यातायात व्यवस्था को लेकर महापौर टटवाल ने की संभाग आयुक्त से चर्चा

महाकाल लोक के लोकार्पण के बाद से शहर में महाकाल लोक को निहारने के लिए उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़ पुराने शहर में इंदौर गेट से लेकर तेलीवाड़ा और महाकाल की ओर जाने वाले मार्ग की यातायात व्यवस्था कैसे सुगम बनाई जाए इस हेतु महापौर मुकेश टटवाल ने संभाग आयुक्त संदीप यादव से विस्तृत चर्चा की।

महापौर ने चर्चा के दौरान संभाग आयुक्त से कहा कि पुराने शहर में इंदौर गेट से तोपखाना होते हुए महाकाल मंदिर की ओर, नई सड़क, तेलीवाड़ा और कंठाल से महाकाल मंदिर और रामघाट जाने वाले मार्गो की यातायात व्यवस्था सुगम बनाई जाने हेतु विचार मंथन की आवश्यकता है।

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