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खेलो इंडिया के नाम पर खेल खेलने वालों ने दे दिया फर्जी मोबाइल नंबर

कलेक्टर-एसपी के नाम से होटल संचालक को धमकाया

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उज्जैन। केंद्र शासन की खेलो इंडिया योजना के तहत उज्जैन में मलखंब का आयोजन होना है। इसके लिए देशभर से खिलाड़ी आएंगे। मुंबई की एक टीम को रूकवाने के नाम पर एक टूर एंड ट्रेवल्स कंपनी के विजिटिंग कार्ड धाराकें ने होटल संचालक को कलेक्टर-एसपी के नाम पर धमका दिया। होटल संचालक ने जब पड़ताल की तो विजिटिंग कार्ड पर डला नम्बर ही फर्जी निकला।

पूरा मामला इस प्रकार है…

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शहर की एक रेपुटेड होटल में तीन लोग पहुंचे। दो युवक एवं एक युवती ने रिसेप्शन पर मैनेजर से कमरों और रुकने की व्यवस्था आदि पर बात की। इसके बाद उन्होंने होटल संचालक को बुलवाया। होटल संचालक से कहा कि हम मुंबई की टीम को रुकवाने की व्यवस्था करने आए हैं। 40 रूम चाहिए। होटल संचालक ने कहा कि इतने रूम उपलब्ध नहीं है। तब कहा कि चार्ज कितना करोगे? सुबह की चाय/नाश्ता/दोनों समय का भोजन आदि तथा रूकने की राशि जब बताई गई तो उन्होंने होटल संचालक से कहा कि मुंबई से अधिक रुपए लेते हो। हम जितना कहें, उतनी राशि में बुक करो। होटल संचालक द्वारा मना करने पर उन्होंने कहा कि रूको, अभी तुम्हे देखते हैं। कलेक्टर-एसपी से शिकायत करते हैं तथा वहां से लेटर भी लाते हैं। फिर कैसे नहीं करोगे रुपए कम।

होटल संचालक ने अपने अंकल को सारी बात बताई। उसके अंकल ने जिला शिक्षाधिकारी आनंद शर्मा से बात की। सारी बात सुनने के बाद शर्मा ने कहा कि खेल एवं युवक कल्याण जिला अधिकारी ओपी हरोड़ से चर्चा कर लो। वे कुछ बता सकेंगे। जब ओ.पी. हरोड़ से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि जो भी टीम जिस भी शहर से आएगी, उसके कोच रूकने, खाने आदि का इंतजाम करेंगे। आप जिस टीम की बात कर रहे हैं, वह टूर एंड ट्रेवल्स के मार्फत आ रही है। ऐसे में वहां का कोई व्यक्ति होगा। हमारी या सरकार की ओर से ऐसे कोई निर्देश नहीं है कि जर्बदस्ती किसी को कहीं रूकवाने के लिए दबाव बनाया जाए। जिसे जहां रूकना हो, वहां रूके।

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फर्जी नंबर निकला विजिटिंग कार्ड पर

तीनों लोग जो विजिटिंग कार्ड होटल मैनेजर को देकर गए, उस पर दिए गए मोबाइल नम्बर पर जब चर्चा की गई तो दूसरी ओर से कहा गया कि वह बोल तो मुंबई से रहा है लेकिन न तो उसका यह नाम है और न ही उसका ऐसी किसी एजेंसी से कोई वास्ता है। जो युवती साथ आई थी, उसके द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर चर्चा करने पर वह भी गोलमाल जवाब देने लग गई। अब पुलिस इनका इंतजार कर रही है,ताकि वह पूछ सके कि कलेक्टर-एसपी के नाम से धमकाने पर क्या किया जाए?

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