नगर निगम दीप, बत्ती, कपूर, तेल व अन्य सामग्री खरीदने के लिए करेगा एक करोड़ रुपए खर्च…
उज्जैन। बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई है। इस बार महाशिवरात्रि को शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव के रूप में मनाया जाएगा। इसमें शिप्रा का तट 21 लाख दीपों की रोशनी से जगमग होगा।
बता दें कि 1 मार्च 2022 को महाशिवरात्रि पर 11.71 लाख दीपक जलाकर मोक्षदायिनी शिप्रा के तट को जगमगाते हुए विश्वकिर्तीमान स्थापित किया गया था। इस बार भी शिप्रा के तट पर 21 लाख दीपों से रोशन कर एक नया रिकॉर्ड मनाया जाएगा। इसमें शहरवासियों की अहम भूमिका रहेगी।
18 फरवरी को महाशिवरात्रि पर शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव का आयोजन की तैयारी नगर निगम उज्जैन द्वारा प्रारंभ की गई है। इसमें शिप्रा के पावन तट पर 21 लाख दीप जलाकर नया विश्व कीर्तिमान रचा जाएगा। इसके लिए नगर निगम द्वारा दीप, बत्ती, मोमबत्ती, कपूर, तेल के साथ ही आवश्यक सामग्रीयों के टेंडर जारी किये गए है। शिव ज्योति अर्पणम् शहर की उत्कृष्टता, प्रतिभा और एकजुट भागीदारी का उत्सव है।
इसके माध्यम से उज्जैन विश्व मंच पर स्थापित होगा। शिव ज्योति अर्पणम् महोत्सव मनाने के लिए शिप्रा के घाटों, शहर के सभी मंदिरों, सार्वजनिक स्थलों और शासकीय परिसरों तथा शहरवासियों द्वारा अपने-अपने घरों, प्रतिष्ठानों पर दीप जलाए जाएंगे। इसमें शहर के प्रत्येक नागरिक की भागीदारी रहेगी, संपूर्ण शहर को विद्युत रोशनी करते हुए सजाया जाएगा।
रिकॉर्ड पर्यटकों के आने की उम्मीद
महाकाल लोक लोकार्पण के बाद यह पहला पर्व है। इसमें बड़ी संख्या में पर्यटकों के आने की संभावना है। महाकाल लोक की अलौकिक भव्यता के चलते पूरी दुनिया में रोशन हो चुके उज्जैन में महाशिवरात्रि पर रिकॉर्ड पर्यटकों के आने की सम्भावना को देखते हुए प्रशासन सभी तरह की व्यवस्थाओं की तैयारी में जुट गया है। ज्ञात हो की महाकाल लोक के विस्तारित होने के बाद उज्जैन में पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या दर्ज की जा रही हंै।