बस वालों की मनमानी के ‘स्टेयरिंग’ पर प्रशासन का ‘कंट्रोल’ नहीं…!

By AV NEWS

शहरवासी बेबस…उड़ा रहा नियमों का मखौल

बस वालों की मनमानी के ‘स्टेयरिंग’ पर प्रशासन का ‘कंट्रोल’ नहीं…!

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:व्यस्त क्षेत्र में फिर बस एक नागरिक की जान ले ली। बसों के शहर में आने-जाने के नियम भी है और प्रतिबंध भी। बस संचालक इनका मखौल उड़ा रहे हंै। बस वालों की मनमानी पर प्रशासन का ‘कंट्रोल’ नहीं है। इंदौर-उज्जैन के बीच चलने वाली बसें शहर में पांच स्थानों से और वह भी बीच सड़क से संचालित की जा रही है। सवारी बैठाने और टाइम मैनेज करने के लिए अंध गति से दौड़ रही है। प्रशासन-पुलिस और परिवहन विभाग सख्ती करने में नाकामयाब है।

देवास गेट पर शुक्रवार की शाम एक महिला की बस की चपेट में आने से जान चली गई। इस घटना फिर दर्शा दिया कि निजी बस संचालकों की मनमानी के सामने ट्रैफिक पुलिस मजबूर दिखाई दे रही है, दिन भर शहर के मुख्य चौराहों पर ही बस ऑपरेटर ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ाते रहते हैं।

शहर के जिन चौराहों और मुख्य मार्गों पर बसों के रुकने पर प्रतिबंध हैं वहीं दिन भर एक के बाद एक बस आकर खड़ी रहती हैं। यह बसें बस स्टैंड से छूटकर मुख्य मार्गों पर सवारी से भरने के लिए खड़ी हो जाती हंै फिर यहां से शुरू होती है इनकी यमदूतों जैसी चाल। सवारी बैठाने के लिए बर्बाद किए समय की पूर्ति ये फर्राटे भरकर पूरी करती हैं, जो खतरनाक साबित होता है।

जिला सुरक्षा समिति के निर्णय अनुसार इंदौर और देवास की बसों के लिये नानाखेड़ा बस स्टैंड निर्धारित किया गया, लेकिन बस आपरेटरों द्वारा मनमानी और पुलिस से मेलमिलाप के चलते आदेश पर अमल नहीं हो पा रहा। वर्तमान स्थिति यह है कि इंदौर और देवास की बसें एक नहीं पांच स्थानों से संचालित कर सवारी बैठने का काम चल रहा है।

देवासगेट से चलने वाली बसें रेलवे स्टेशन,इंदौर गेट,हरिफाटक ओवर ब्रिज,शांति पैलेस चौराहा और नानखेड़ा बस स्टैंड के सामने से चल रही है। तो यहीं पर सिटी बसें, ऑटो,ई-रिक्शा, मैजिक वाहनों की भी कतार लग जाती है जिस कारण मार्ग बाधित हो जाता है। इंदौर से वापसी के दौरान बसें नानखेड़ा मुनी नगर तालाब,सिंधी कॉलोनी,तीन बत्ती चौराहा,इंदिरा गांधी प्रतिमा और टॉवर होकर देवासगेट पहुंच रही है। व्यस्त मार्ग पर तेज गति से दौड़ती बसों को कोई रोकने वाला नहीं है।

देवास रोड आरटीओ तिराहे के पास

देवासरोड स्थित आरटीओ तिराहा, यहां नानाखेड़ा से देवास की ओर चलने वाली बस बीच रोड पर ही एक के बाद एक दिन भर खड़ी रहती हैं, जबकि 50 कदमों की दूरी पर आरटीओ कार्यालय है। अब तो देवास की ओर जाने वाले यात्री भी यहीं आकर खड़े हो जाते हैं। यहां से नागझिरी के आगे तक बस रेंगते हुए चलती है और सवारी मिलने पर बीच रोड पर खड़ी हो जाती है। इससे पीछे से तेज गति से आ रहे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा रहता है।

नानाखेड़ा बस स्टैंड के बाहर:नानाखेड़ा बस स्टैंड से इन्दौर की ओर जाने वाली बस बीच रोड पर ही खड़ी रहती है। यह क्रम यहां दिन भर चलता है। यहां भी ट्रैफिक नियमों की धज्जियां उड़ती नजर आती हैं। बाद में यह बस चालक समय की पूर्ति करने के लिए तेज गति से बस भगाते हैं।

आदेश का पालन नही

जिला सड़क सुरक्षा समिति की दो वर्षो में जितनी भी बैठक हुई,उसमें यही दोहराया गया कि आगर की ओर जाने वाली बसों को देवासगेट बस स्टैंड से निकलने के बाद सवारी बैठाने के लिए चामुण्डा माता चौराहा से मकोडिया आम तक नहीं रोकने दिया जाएगा।

इंदौर व देवास की बसों को नानाखेड़ा बस स्टैंड से संचालित करने के आदेश है। यदि कोई बस ऑपरेटर इस आदेश का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ चालानी और वाहन जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी। चामुण्डा माता चौराहा के पास सुलभ कॉम्पलेक्स के पास आगर से आने वाली सभी बसें रुकती हैं, जो आगर से आने वाले दोपहिया वाहन चालक के लिए खतरानाक होता है।

कई बार तेज चल रही बस सवारी दिखने पर बीच रोड पर अचानक रुक जाती है। इस कारण दुर्घटना का डर रहता है। यहां पर यातायात जवान भी रहते हैं, लेकिन वे बस चालकों पर कोई कार्रवाई नहीं करते। इस कारण वे मनमानी करते हैं।

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