बडऩगर का गांवों से संपर्क टूटा..

गांव बने टापू, रेस्क्यू के लिए हेलिकॉप्टर का इंतजार
तेज हवाओं के कारण हेलिकॉप्टर का पहुंचना मुश्किल हुआ….
मउड़ी, लिखोदा गांव में लोगों के फंसे होने की खबर से हड़कंप
गर्भवती और परिजनों को बचाने के लिए ग्रामीण ट्यूब लेकर भी पहुंचे
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:केवल एक दिन की तेज बारिश ने उज्जैन जिले में हाहाकार मचा दिया है। बडऩगर तहसील में सबसे ज्यादा हालात खराब हैं। कई गांव पानी में घिर गए हैं। जांदला पंचायत के अंतर्गत सेमलिया में लियाकत पटेल का परिवार फंस गया है।
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उनकी बहू गर्भवती है और उसे बचाने के लिए प्रशासन ने हेलिकॉप्टर मंगाया है, लेकिन सुबह करीब पौने बारह बजे तक वह मौके पर पहुंच नहीं सका। कुछ ग्रामीणों ने ट्यूब से मकान तक जाने का प्रयास किया, लेकिन कामयाब नहीं हो सके। मउड़ी गांव में 50 लोगों के फंसे होने की खबर से भी प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है।
सेमलिया गांव में करीब 35 मकान हैं। सादिक पिता लियाकत पटेल की पत्नी गर्भवती है और सभी मकान की छत पर फंस गए हैं। पानी के अचानक बढऩे से वे पानी में फंस गए। रविवार सुबह से सभी को अपनी जान बचाने के लिए मकान की छत पर रहना पड़ा। सरपंच सज्जाद अली ने बताया गांव में करीब 20 फीट पानी भर गया है। ग्रामीणों ने ट्यूब के सहारे गर्भवती के परिवार तक पहुंचने की कोशिश की, लेकिन तेज हवाओं के कारण वे आगे नहीं जा सके।
लाखों रुपए की फसलें खराब
बडऩगर जिले के पूर्व विधायक शांतिलाल धबाई ने बताया नदी किनारे के गांव अंजना, भेरूपचलना , सारोला, धतुरिया, मिंडका आदि के आसपास पानी भर गया है। धतुरिया गांव भी टापू बन गया है और किसानों की करोड़ों रुपए की फसल खराब हो गई है।