दुनिया की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी App पर साइबर अटैक

दुनिया की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी ऐप पर साइबर अटैक
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अक्षरविश्व प्रतिनिधि. उज्जैन।:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन में स्थापित जिस विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था, उसके एप और वेबसाइट पर साइबर अटैक हुआ है। इसकी शिकायत नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर दर्ज की गई है। मामला मध्यप्रदेश सरकार तक भी पहुंचा है। विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने शुक्रवार शाम जीवाजी वेधशाला परिसर में 85 फीट ऊंचे टॉवर पर लगी घड़ी का अवलोकन भी किया।


महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ, संस्कृति विभाग, मध्यप्रदेश शासन द्वारा 8 मार्च 2024 को इसका पूर्व घोषित ‘विक्रमादित्य वैदिक घड़ी’ नाम से फ्री मोबाइल ऐप जारी किया जाना था। वैदिक घड़ी का एप बनाने वाले आरोहण संस्था के प्रमुख आरोह श्रीवास्तव ने बताया कि इस हमले को तकनीकी भाषा में डीडीओएस अटैक कहा जाता है। जिससे विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो रही है और आम लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं।

आरोह ने इस अटैक की साइबर पुलिस में शिकायत दर्ज करने के लिए संस्थान प्रमुख से कहा है।आरोह के अनुसार इंटरनेट और जीपीएस से जुड़ी होने के कारण दुनिया में कहीं भी इसका उपयोग किया जा सकता है। यह दुनिया की पहली ऐसी डिजिटल वैदिक घड़ी है जो इंडियन स्टैंडर्ड टाइम भारतीय पंचांग और मुहूर्त की जानकारी देती है। इसको मोबाइल और टीवी पर भी सेट किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का ऐप हिंदी, अंग्रेजी अन्य भारतीय व विदेशी भाषाओं में तैयार किया जा रहा है।
“शिकायत दर्ज करवाई है
विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के ऐप पर जो साइबर अटैक हुआ है, उस संबंध में साइबर सेल में शिकायत दर्ज करवाई है।-श्रीराम तिवारी, निदेशक, महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ”
लेकिन, घड़ी बंद नहीं…
एप निर्माता श्रीवास्तव ने बताया साइबर अटैक का असर घड़ी पर ज्यादा नहीं हुआ है। यह चल रही है और सही समय भी बता रही है। इस पर अंग्रेजी तारीख और वैदिक समय भी बताया जा रहा है। इसके बैकअप होने से असर नहीं हुआ।









