प्रतिभा सम्मान समारोह:कड़ी मेहनत से मिली सफलता को आज मिलेगा सम्मान

By AV News

10th,12th के स्टूडेंट्स ने कहा- किताबें पढ़ें, सेल्फ स्टडी करें…

अक्षरविश्व उज्जैन के उन अनमोल रत्नों को आज सम्मानित करेगा जिन्होंने क्लास 10th एवं 12th में इस वर्ष उत्कृष्ट प्रदर्शन दिखाया है और अपनी कड़ी मेहनत से सफलता के शिखर को छुआ है।

आज शाम 5.30 बजे से कालिदास अकादमी संकुल में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में शहर के विभिन्न शिक्षण संस्थाओं के प्रतिभाशाली स्टूडेंट्स को सम्मानित किया जाएगा। 10th एवं 12thएग्जाम में सर्वाधिक अंक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स से जब अक्षरविश्व ने चर्चा की तो किसी ने डॉक्टर तो किसी ने इंजीनियर बनने की इच्छा व्यक्त की। वहीं एमबीए करने वालों की संख्या कम रही।

सफलता की कहानी इन्हीं की जुबानी

क्लास: 10th

अनाम्ता खान:

99 प्रतिशत स्कोर करने वाली अनाम्ता ने टाइम को फोकस न करते हुए इस बात पर जोर दिया कि जो पढ़ा है, वह पूरी तरह से समझ में आया या नहीं? इसके लिए चाहे एक घंटा लगे या 10 घंटे। इन्होंने रोजाना पढ़ाई को 6 घंटे दिए, सेल्फ स्टडी पर जोर दिया और स्कूल के शिक्षकों का सहयोग लिया। इनके पिता सीआरपीएफ में है, उनकी इच्छा है कि बेटी डॉक्टर बने। ये मैथमेटिक्स तथा आयपी में 100, वहीं सोशल साइंस और संस्कृत में 98 माक्र्स लाई हैं।

प्रथा पालीवाल:

शासकीय विद्यालय में पढ़ाई करके 96.2 प्रतिशत लाने वाली प्रथा को संगीत सुनने का शौक है। खासकर पंजाबी पॉप म्युजिक। वे टीवी से दूरी बनाकर रखती हैं, वहीं मोबाइल पर भी सोश्यल मीडिया से दूरी रखती हैं। इंजीनियर बनने की इच्छा है। मैथेमेटिक्स एवं साइंस में अच्छे अंक प्राप्त करने वाली प्रथा के अनुसार स्कूल, कोचिंग के बाद घर पर भी कम से कम 6 घंटे अपनी पढ़ाई पर दिए।

सलोनी पण्ड्या:

कृषक परिवार से सलोनी उज्जैन में माता-पिता के साथ रहकर पढ़ाई कर रही है। पिता प्रतिदिन प्रात: अपने गांव जाकर खेती का काम देखते हैं और देर शाम घर लौटते हैं। सलोनी ने सेल्फ स्टडी करके 97.8 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। घर पर टीवी नहीं है। मोबाइल से पूरी तरह से दूरी है। आपको पेंटिंग करना अच्छा लगता है। भविष्य में आप आयआयएम से एमबीए करना चाहती हैं। आपने संस्कृत में 100 तथा मैथेमेटिक्स में 99 माक्र्स स्कोर किए हैं।

ऋषभ पाटीदार:

मैथमेटिक्स में 100 अंक प्राप्त करने वाले ऋषभ, रोज़ाना 6 घंटे पढ़ते हैं। आपको पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य कोई रूचि नहीं है। बड़ा होकर डॉक्टर बनने की इच्छा रखने वाले ऋषभ के अनुसार माता-पिता की इच्छा को वे पूरी करेंगे। मोबाइल से वे दूरी बनाकर रखते हैं, वहीं टीवी भी कभी-कभी देखते हैं। अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को देते हैं। आपका कुल परसेंटेज 97.2 रहा है।

अनन्या शर्मा:

आयपी में 98 और मैथेमैटिक्स में 96 माक्र्स प्राप्त करने वाली अनन्या के पिता प्रायवेट नौकरी करते हैं। अनन्या बड़ी होकर डॉक्टर बनना चाहती है। 96.2 प्रतिशत लाने वाली अनन्या ने बोर्ड एग्जाम के पुराने पेपर्स को हल किया और अपने कांसेप्ट क्लीयर किए। बुक्स के साथ सपोर्टिंग मटेरियल को भी पढ़ा। वे खाली समय में मूवी देखती हैं और उन्हें पेंटिंग का भी शौक़ है।

क्लास: 12th

अभिषेक माहौर:

बी.टेक करके सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की इच्छा रखने वाले अभिषेक ने बताया कि उन्होंने पढ़ाई का क्रम सुबह से रात तक का बनाया हुआ था। एक घंटा पढ़ो, दस मिनिट का रेस्ट लो। इनके अनुसार परीक्षा के वक्त पढऩे से कुछ नहीं होता। सालभर रोजाना पढऩा पढ़ता है, ताकि किताब से कुछ भी आ जाए तो उसका उत्तर लिख सकें। 12th में इनका 96 प्रतिशत रहा। इनके पिता सेना में है।

अनुष्का सोनी:

मैथेमैटिक्स और केमिस्ट्री में 99 अंक लाने वाली अनुष्का एमबीए की तैयारी कर रही है। आपको पेंटिंग करना और गिटार बजाना पसंद है। 95.8 प्रतिशत लाने वाली अनुष्का ने मोबाइल का उपयोग एक वर्ष से बंद कर रखा है।

तेजस मंगल:

डॉक्टर माता-पिता के पुत्र तेजस भी बड़े होकर डॉक्टर ही बनना चाहते हैं। क्रिकेट, म्युजिक और सायकिलिंग का शौक है। ये सेल्फ स्टडी में विश्वास रखते हैं। इनके अनुसार माता-पिता अपने पेशे में व्यस्त होने के बाद भी उन्हें समय देते हैं। वे अपनी पढ़ाई पर कोचिंग सहित 12 घंटे देते थे। उन्हें 12th बोर्ड में 95.7 प्रतिशत प्राप्त हुए।

अभिनव नीमा:

12th बोर्ड में 96 प्रतिशत स्कोर करने वाले अभिनव को मैथेमेटिक्स में 99 अंक प्राप्त हुए थे। इंजीनियर बनने की चाह रखने वाले अभिनव जेईई की तैयारी कर रहे हैं। इन्हें क्रिकेट का खेलने का शौक है, वहीं इनका कुछ समय मोबाइल पर व्यतीत होता है। उन्होंने पढ़ाई के घंटे फिक्स किए हुए हैं। उससे कोई समझौता नहीं करते हैं। रेग्युलर रिविजन से ही हम अपना गोल अचीव कर सकते हैं।

हिमानी पण्ड्या:

12वीं बोर्ड परीक्षा 95.4 प्रतिशत से उत्तीर्ण करने वाली हिमानी नीट की तैयारी में जुटी हुई है। उन्होंने बॉयो और केमेस्ट्री में 98 अंक प्राप्त किए थे। खास बात यह है कि इन्होंने एनसीईआरटी की बुक्स का ही पढ़ाई में सर्वाधिक उपयोग किया। उनकी हॉबी बुक्स पढऩा और ड्राइंग करना है।

टॉपर्स के टिप्स

स्कूल, कोचिंग की पढ़ाई के साथ सेल्फ स्टडी करना

सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखना

टीवी और मोबाइल का समय निश्चित करना

पढ़ाई के लिए टीचर्स का सहयोग लेना

पुराने बोर्ड एग्जाम के पेपल हल करना

अच्छे मित्र बनायें जो आपका पढ़ाई में सपोर्ट करें

कुछ समय अपनी हॉबी के लिए निकाले

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