अषाढ़ मास के बाद अब आषाढ़ मास की शुरुआत होने वाली है, जो व्रतों और त्योहारों से भरपूर होता है. वैदिक पंचांग के अनुसार आषाढ़ माह में 14 प्रमुख व्रत और त्योहार पड़ रहे हैं. इनमें से प्रमुख हैं देवशयनी एकादशी, गुप्त नवरात्री, और जगन्नाथ रथ यात्रा. इस माह में भगवान विष्णु और भगवान शिव को समर्पित माना जाता है, जिनकी पूजा-अराधना विशेष रूप से की जाती है.
23 जून से आषाढ़ माह की शुरुआत हो गई और यह 21 जुलाई 2024 तक चलेगा. देवशयनी एकादशी भी इसी महीने में होती है, जब भगवान विष्णु चार महीने के लिए क्षीर सागर में शयन निद्रा में चले जाते हैं. इस अवधि में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है.
आषाढ़ नवरात्र के दौरान देवशयनी एकादशी मनाई जाती है, इस दिन से चातुर्मास प्रारंभ होता है. आषाढ़ माह में योगिनी एकादशी प्रदोष व्रत मासिक शिवरात्रि कर्क संक्रांति गुरु पूर्णिमा समेत कई अन्य व्रत-त्योहार भी मनाए जाते हैं. धार्मिक मान्यता है कि आषाढ़ माह में भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है, इसके साथ ही इस माह में दान-धर्म का भी विशेष महत्व है. आषाढ़ माह में भगवान सूर्य देव के पूजन से रोग से भी मुक्ति मिलती है.
प्रमुख व्रत और त्योहार
27 जून 2024 दिन गुरुवार को संकष्टी चतुर्थी व्रत .
28 जून 2024 दिन शुक्रवार को मासिक कालाष्टमी व्रत
02 जुलाई 2024 दिन मंगलवार को योगिनी एकादशी व्रत.
03 जुलाई 2024 दिन बुधवार को कृष्ण पक्ष प्रदोष व्रत.
04 जुलाई 2024 दिन गुरुवार को मासिक शिवरात्रि.
05 जुलाई 2024 दिन शुक्रवार को आषाढ़ अमावस्या.
06 जुलाई 2024 दिन बुधवार को आषाढ़ गुप्त नवरात्रि.
07 जुलाई 2024 दिन गुरुवार को जगन्नाथपुरी रथयात्रा.
09 जुलाई 2024 दिन शनिवार को विनायक चतुर्थी व्रत.
11 जुलाई 2024 दिन सोमवार को स्कन्द षष्ठी व्रत.
16 जुलाई 2024 दिन मंगलवार को कर्क संक्रांति का पर्व.
17 जुलाई 2024 दिन बुधवार को देवशयनी एकादशी.
18 जुलाई 2024 दिन गुरुवार को शुक्ल पक्ष प्रदोष व्रत.21 जुलाई 2024 दिन रविवार को आषाढ़ पूर्णिमा व्रत.