बिजली बिलों में सीसी जोडऩे पर भाजपा पार्षद नाराज, विरोध की तैयारी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:शहर की सड़कों को रोशन करने के लिए नगर निगम द्वारा मंगाई गई लाइट और सामान पर चुनिंदा पार्षदों ने कब्जा जमा लिया है। एमआईसी में उठे विरोध के बाद निगम अधिकारी ने पार्षदों की लिस्ट महापौर मुकेश टटवाल को सौंपी है। इसके नामों को लेकर निगम में चर्चा है। दूसरी ओर बिजली बिलों में विद्युत वितरण कंपनी द्वारा सीसी के नाम से राशि जोडऩे का मामला गरमा रहा है। मंगलवार को भाजपा पार्षद सहित कार्यकर्ता विरोध करने की तैयारी में हैं।
नगर निगम ने शहर की प्रकाश व्यवस्था के लिए लाइटें और उससे संबंधित सामान मंगाया है। लाखों रुपए की खरीदी के बाद भी कई वार्डों में लाइट नहीं मिल पा रही। इसको लेकर पार्षदों में आक्रोश की स्थिति बनी हुई है क्योंकि भाजपा की ही सरकार होनेंके बाद भी कई क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट या तो खराब पड़ी है या उसे बदल नहीं पा रहे। कुछ वार्डों में स्थिति अलग है। वहां जगह जगह स्ट्रीट लाइट से सड़कें रोशन हो रही हैं।
इसको लेकर हाल ही हुई एमआईसी में मामला गरमाया था। कुछ एमआईसी सदस्यों ने संबंधित अधिकारी पर काफी नाराजी जताई थी। अधिकारी ने कहा था पार्षदों के पास लाइट उपलब्ध है। तकरार बढ़ी तो अधिकारी से कहा गया था कि अगर पार्षदों को लाइटें दे दी गई हैं तो किसके पास है, नाम बताओ ताकि सभी गफलत में न रहें।
सूत्रों के अनुसार अधिकारी ने अब उन पार्षदों के नाम की एक लिस्ट महापौर टटवाल को सौंप दी है, जिसमें उन पार्षदों के नाम हैं, जिन्होंने स्ट्रीट लाइटों पर ही अपना कब्जा जमा लिया है। इस लिस्ट के नामों को जानानेंके लिए पार्षदों में भी उत्साह है। मामला जोर भी पकड़ सकता है, क्योंकि कई क्षेत्र ऐसे हैं, जहां लाइट ही नहीं और लिस्ट वाले पार्षदों के पास अतिरिक्त लाइटें हैं।
बिजली बिल में सीसी राशि क्यों जोड़ रहे…?
विद्युत वितरण कंपनी शहर के उपभोक्ताओं को बिजली के बिल भेज रही है। कई लोगों के पास भारी भरकम राशि के बिल पहुंच रहे हैं। इसको लेकर भाजपा के पार्षदों का आक्रोश भड़क रहा है। वजह यह कि अधिकारी यह नहीं बता पा रहे हैं कि यह राशि किसलिए ली जा रही है। मंगलवार को यह मामला तूल पकड़ सकता है।