महाकाल लोक में उतरेगी हरिफाटक ब्रिज की लेन!

सिंहस्थ 2028 की तैयारी: रेलवे ओवरब्रिज की दूसरी लेन बनाने का सर्वे

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सुधीर नागर. उज्जैन।सिंहस्थ 2028 से पहले महाकाल मंदिर को जोडऩे वाले प्रमुख हरिफाटक रेलवे ओवरब्रिज के चौड़ीकरण की संभावना टटोलने का काम प्रशासन ने शुरू कर दिया है। लोक निर्माण विभाग सेतु ने सर्वे कर लिया है। जल्द ही इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी जाएगी। इसकी एक शाखा (लेन) को महाकाल लोक में उतारने की भी योजना बनाई जा रही है। अगर इस योजना को हरी झंडी मिली तो महाकाल लोक जाना और आसान हो जाएगा।

सिंहस्थ में हरिफाटक ब्रिज पर भीड़ का दबाव सबसे ज्यादा रहता है। पिछले सिंहस्थ में भी इस ब्रिज पर जाम के गंभीर हालात बने थे। 2020 में भी इसके चौड़ीकरण के लिए 42 करोड़ रुपए का प्रस्ताव तैयार कर स्मार्ट सिटी को भेजा गया था, लेकिन योजना आगे नहीं बढ़ सकी। केवल बीच की दो भुजाओं को चौड़ा कर चौराहा बड़ा किया गया था। इस बार फिर नए सिरे से ब्रिज का सर्वे किया गया है और संभावनाएं तलाशी जा रही हैं कि किस तरह भुजाओं को चौड़ा किया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार संभागायुक्त संजय गुप्ता ने सेतु विभाग को पत्र भेजकर सर्वे रिपोर्ट मांगी है। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव सरकार को भेजा जाएगा। सेतु विभाग के एसडीओ आरके कटारिया ने इंजीनियरों के साथ सर्वे पूरा कर लिया है। जल्द ही सर्वे रिपोर्ट संभागायुक्त को भेज दी जाएगी। सर्वे में यह संभावना भी सामने आई है कि इंदौर रोड तरफ की लेग को चौड़ा कर महाकाल लोक की तरफ उतारा जा सकता है। इसका बड़ा फायदा यह होगा कि महाकाल मंदिर जाने वाले दर्शनार्थियों को आसानी होगी और सीधे महाकाल लोक में एंट्री हो सकेगी। सर्वे रिपोर्ट के आधार पर प्रशासन सरकार को इसका एस्टीमेट देगा।

सीएम डॉ. यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट

हरिफाटक ब्रिज को चौड़ा करना सीएम डॉ. मोहन यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है। उज्जैन दक्षिण के विधायक और मंत्री रहते हुए भी वे इस ब्रिज को चौड़ा करने के प्रयास करते आ रहे हैं। अब जबकि वे स्वयं सीएम हैं, इसलिए ब्रिज चौड़ीकरण की योजना धरातल पर उतरने की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

चारभुजा ब्रिज, चौगुना चुनौतियां…

उज्जैन का यह पहला ब्रिज है, जिसकी चार भुजाएं हैं। पहले तीन भुजाएं ही थीं, बाद में चौथी भुजा नगर निगम ने बनाई थी। बड़ी चुनौती यह है कि ब्रिज के नीचे रविशंकर नगर है, जिसे उज्जैन विकास प्राधिकरण ने विकसित किया था। मुआवजा देकर इन मकानों का अधिग्रहण करना पड़ेगा। इस पर ज्यादा खर्च हो सकता है। एक तरफ रेलवे का हिस्सा आ रहा है। दूसरी तरफ हाटबाजार होने से विभाग को आसानी से जमीन मिल सकती है और महाकाल लोक की तरफ एक शाखा बनाई जा सकती है। इसकी शुरुआत में एक मंदिर भी है।

ब्रिज और नई योजना

ब्रिज की इंदौर रोड और त्रिवेणी संग्रहालय तरफ की लेग की चौड़ाई सिर्फ 12 मीटर है।

इन भुजाओं की लंबाई 840 मीटर है।

इनको 24 मीटर करने की योजना है। इसके लिए सर्वे किया जा रहा।

इस योजना पर 50 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो सकता है।

फायदे ज्यादा

इंदौर रोड तरफ से बेगमबाग जाने वाले मार्ग पर सबसे ज्यादा ट्रैफिक होता है।

आम दिनों में जाम हो रहे, सिंहस्थ में ज्यादा भीड़ से परेशानियां होंगी।

ब्रिज चौड़ा होने से महाकाल मंदिर और सिंहस्थ क्षेत्र में आवागमन सुगम होगा।

सर्वे किया गया है: सिंहस्थ की योजना के तहत हरिफाटक ब्रिज का चौड़ीकरण प्रस्तावित है। इसका सर्वे कर लिया गया है। जल्द ही इसका एस्टीमेट तैयार किया जाएगा। –कुलदीपसिंह, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग सेतु

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