GST पोर्टल पर इनवॉइस मैनेजमेंट सिस्टम लागू

By AV NEWS 2

इनवॉइस को स्वीकार/अस्वीकार करने पर ही मिलेगी आईटीसी

अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। जीएसटी पोर्टल पर इनवॉइस मैनेजमेंट सिस्टम लागू कर दिया गया। इसमें अब व्यापारी जितनी बार माल खरीदेंगे, उसके हर इनवॉइस को देखकर उसे स्वीकार, अस्वीकार या पेंडिंग करना होगा। अभी तक पूरे महीने का एक आईटीसी का रिकॉर्ड चढ़ता था, लेकिन अब एक-एक इनवॉइस पर यह एक्शन लेना होगा, जिसके बिना आईटीसी नहीं मिलेगी।

आईटीसी का लाभ लेने के लिए यह व्यवस्था अक्टूबर महीने से लागू है। यानी जो व्यापारी नवंबर महीने में अक्टूबर का रिटर्न भरेंगे, उसमें उन्हें हर एक इनवॉइस को मार्क करना होगा। सितंबर की आईटीसी के लिए इसे अनिवार्य नहीं किया गया है।

इनवॉइस को श्रेणियों में बांटा

जीएसटी पोर्टल पर यूजर सर्विसेज में जाकर आईएमएस खोला जा सकता है। सभी इनवॉइस को 8 श्रेणियों में बांटा गया है- बी2बी इनवॉइस, बी2बी क्रेडिट नोट, बी2बी डेबिट होने, ई कॉमर्स इनवॉइस और इन चारों के अमेंडमेंट्स। वहीं जिन-जिन व्यापारियों द्वारा ई-इनवॉइस की सुविधा का इस्तेमाल किया जाता है, उनके इनवॉइस खरीदार के आईएमएस में दिखने लगेंगे।

व्यापारियों का बढ़ेगा कागजी काम

जानकारों का कहना है कि कई करदाता ऐसे होते हैं जिनके एक महीने के हजारों इनवॉइस आते हैं। ऐसे करदाताओं के लिए ये एक नई परेशानी होगी। सरकार व्यापारियों के लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट लेना और मुश्किल बना रही है। यूं तो हम हर बार रिकंसिलियेशन करते ही हैं, यदि किसी कारण कोई इनवॉइस नहीं देख पाते तो उसकी आईटीसी नहीं मिल पाएगी। अब पोर्टल की बाकी चीजों के साथ इस सिस्टम पर भी ध्यान रखना होगा कि कोई इनवॉइस अप्प्रोवे करने से रह तो नहीं गया।

पेंडिंग भी मार्क करना होगा

सिस्टम में इनवॉइस को तीन तरीके से मार्क किया जा सकता है- एक्सेप्ट, रिजेक्ट या पेंडिंग। जो आईटीसी व्यापार से जुड़ी हुई है और जो माल या सेवा ली जा चुकी है, उसे एक्सेप्ट यानी स्वीकार करना होगा। अगर किसी इनवॉइस में खरीदार का जीएसटी नंबर गलत तरीके से अंकित किया गया है तो ऐसी स्थिति में या व्यापार से जुड़ी खरीदारी न होने की स्थिति में इनवॉइस को रिजेक्ट किया जा सकता है।

अगर इनवॉइस विक्रेता ने अपलोड कर दिया है, लेकिन माल नहीं पहुंचा है या भुगतान नहीं हुआ है तो उसे पेंडिंग भी मार्क किया जा सकता है। जब माल मिल जाएगा और भुगतान हो जाएगा, तब उसे एक्सेप्ट कर सकते हैं। जिस महीने में इनवॉइस एक्सेप्ट करेंगे, उसी महीने में उसकी आईटीसी मिलेगी।

Share This Article