भस्म आरती में दर्शनार्थी ठिठुरे, दिनभर चली बर्फीली हवा, गर्म कपड़ों में लिपटे रहे
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कोल्ड वेव के अटैक द्यह्य शुक्रवार रात उज्जैन शहर में तापमान 3.5ए गिर कर 6 डिग्री पर आ गया जो इस मौसम का सबसे न्यूनतम तापमान है। इसके पहले 11 दिसंबर को पारा 7.5 डिग्री के निचले स्तर पर आया था। महाकाल मंदिर में नित्य सुबह ब्रह्ममुहूर्त में होने वाली भस्म आरती में सम्मिलित होने आए दर्शनार्थी ठिठुर उठे।
महाकाल भस्म आरती नित्य प्रात: 4 बजे से होती है और इसके लिए दर्शनार्थियों को रात तीन बजे से कतार में लगना पड़ता है। शुक्रवार रात चली बर्फीली हवाओं ने सभी को ठिठुरा दिया। जीवाजी वेधशाला में रात का तापमान 6 डिग्री दर्ज किया गया। इसका असर भी शहर में दिखाई दिया। विवाह समारोहों में मेहमानों के लिए अलाव का प्रबंध करना पड़ा। शहर में बाजार भी जल्दी बंद हो रहे हैं।
भस्म आरती का समय नहीं बदलता, तडक़े 4 बजे ही
सर्दी के मौसम में भी भगवान महाकाल की भस्मारती का समय कभी नहीं बदलता। मंदिर के पुजारी आशीष गुरु ने बताया अन्य मौसम के अनुसार अन्य आरतियां बदले समय पर होती हैं किंतु भस्म आरती महाशिवरात्रि को छोडक़र सुबह 4 बजे ही होती है। भस्म आरती केवल शोला पहनकर ही पुजारियों द्वारा की जाती है।
शनिवार सुबह भी भस्म आरती तडक़े चार बजे ही की गई। कार्तिक कृष्ण प्रतिपदा से बाबा महाकाल की दिनचर्या में बदलाव होता है। सुबह 7 बजे वाली बाल भोग आरती 7.30 बजे, उसके सुबह 10 बजे होने वाली भोग आरती 10.30 बजे, शाम 7 बजे होने वाली संध्या आरती 6.30 बजे से होने लगी है लेकिन भस्म आरती का समय यथावत है।
एक दिन में तापमान 3.5 गिरा, रात को जल्द बंद हो रहे बाजार शादियों पर असर..
दिसंबर की सर्द रातें दिन न्यूनतम तापमान