इस्लामाबाद: आतंकी संगठन जमात-उद-दावा के उप प्रमुख अब्दुल रहमान मक्की की शुक्रवार को पाकिस्तान में मौत हो गई है। भारत का मोस्ट वांटेड आतंकी मक्की 2008 में 26/11 के मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, मक्की का पिछले एक सप्ताह से लाहौर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था। शुक्रवार 27 दिसम्बर को उसे दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उसकी मौत हो गई। मक्की को शाम की नमाज के बाद दफनाया जाएगा।
अब्दुल रहमान मक्की जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद का चचेरा भाई और साला था। हाफिज सईद के बाद वह समूह का दूसरे नंबर का नेता भी था। साल 2023 में संयुक्त राष्ट्र ने उसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों को श्रेणी में डाल दिया था। इसके तहत संपत्ति जब्त करने, यात्रा और हथियार पर प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है।
मक्की को हाफिज सईद की परछाई माना जाता था। हालांकि, साल 2019 में हाफिद सईद को सजा सुनाए जाने के बाद भी वह जमात-उद-दावा/लश्कर-ए-तैयबा नेता के लिए काम करता रहा था। सईद को हिरासत में रखे जाने के खिलाफ कोर्ट में दायर याचिका की सुनवाई के दौरान मक्की को अक्सर कोर्ट में चुपचाप बैठे देखा गया था।
अब्दुल रहमान मक्की की भारत के जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद फैलाने में अहम भूमिका रही थी। मुंबई हमले के दो साल बाद फरवरी 2010 में मक्की ने एक रैली में भारत को धमकी दी थी कि अगर कश्मीर पाकिस्तान को नहीं सौंपा गया तो हिंदुस्तान में खून की नदियां बहा दी जाएंगी। अपने बहनोई हाफिज सईद की तरह वह भी अपने नाम के आगे हाफिज लगाता था। यह ऐसी पदवी है जो वे मुसलमान लगाते हैं, जिन्हें कुरान पूरी तरह से कंठस्थ होती है।