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मेडिसिटी के लिए लेआउट डाला, अब खुदाई हो रही

बाह्य रोगी और सेठी बिल्डिंग को तोडऩा बाकी 21 नवंबर को सीएम ने किया था भूमिपूजन

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। मप्र की पहली और देश की दूसरी मेडिसिटी का काम इन दिनों तेजी से किया जा रहा है। जिला अस्पताल की मुख्य बिल्डिंग को तोडक़र वहां से काफी हद तक मलबा हटा दिया गया है। अब वहां लेआउट डालकर उसके मुताबिक खुदाई की जा रही है। साथ ही पेड़ों को भी काट दिया गया है। सिविल अस्पताल परिसर में अभी बाह्य रोगी और सेठी बिल्डिंग को तोडऩा बाकी है। बताया जा रहा है कि इसे भी जल्द जमींदोज कर दिया जाएगा।

दरअसल, पिछले साल 21 नवंबर को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शहर को 592.33 करोड़ रुपए की मेडिसिटी एवं शासकीय मेडिकल कॉलेज की सौगात देते हुए इसका भूमिपूजन किया था। इस योजना के तहत नए अस्पताल, कॉलेज और हॉस्टल का निर्माण किया जा रहा है। योजना के अनुसार इसे 14.97 एकड़ में बनाया जाएगा। शहर में बनने वाली यह मेडिसिटी 550 बेड की क्षमता वाला एक अत्याधुनिक अस्पताल होगा।

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जहां 150 मेडिकल स्टूडेंट्स को चिकित्सा शिक्षा देने के साथ ही 24 घंटे आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही जनरल और सुपर स्पेशलिटी ओपीडी भी होंगे। मेडिसिटी में सुपर स्पेशलिटी और मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, डायग्नोस्टिक सेंटर, फॉर्मेसी, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान केंद्र, वेलनेस केंद्र, आयुष अस्पताल, पैरामेडिकल कॉलेज, एकीकृत स्वास्थ्य सेवाएं, ईको-फ्रेंडली इंफ्रास्ट्रक्चर और स्वास्थ्य पर्यटन को बढ़ावा देने वाली सुविधाएं भी होंगी।

हॉस्टल के लिए खड़े किए जा रहे पिलर

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इधर, जिला अस्पताल के सामने हॉस्टल का काम भी शुरू हो गया है। नींव रखकर अब उस पर पिलर खड़े किए जा रहे हैं। सरियों का काम पूरा होते ही इन्हें भर दिया जाएगा। सिंहस्थ २०२८ से पहले इसे पूरा करने की डेडलाइन के चलते तेजी से काम किया जा रहा है।

हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

यह मेडिसिटी शहर और आसपास के इलाकों के लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगी। इससे हजारों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। यह परियोजना राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी।

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