परवरिश करना सबसे ज्यादा जिम्मेदारी वाला काम होता है. अगर आप चाहते हैं कि आपका संतान बेहतर इंसान बनें और आपकी इज्जत करे तो इसके लिए यह बहुत ही जरूरी है कि आप उसके बचपन को सीरियसली लें. जी हां, कई पैरेंट्स बच्चों को नासमझ समझते हुए उनके साथ ऐसा व्यवहार कर जाते हैं या उनके सामने आपस में कुछ ऐसी बातों पर चर्चा करने लगते हैं जो उसकी मासूमियत को खत्म कर सकती है और वो उम्र से पहले ही मेच्योर होने लगता है. यही नहीं, पैरेंट्स की ऐसी आदतों की वजह से बच्चे बाद में आपकी इज्जत करना भी छोड़ देते हैं.
बच्चों के सामने कभी न करें ये गलतियां
हर वक्त ताने मारना- कुछ पैरेंट्स होते हैं जो अपने बच्चों को भी शाबाशी नहीं देते. कई पैरेंट्स ताना मारने के अंदाज में शाबादी देते हैं. अगर आपका बच्चा अच्छा नंबर लाया है तो कुछ पैरेंट्स शाबाशी देने के बजाय यह कहते हैं कि टीवी देखने के बाद भी तुम्हारे अच्छे नंबर आ गए. ऐसी बातें बच्चों के मन में घर कर जाती हैं और उनका आत्मविश्वास गिरने लगता है.
आपसी झगड़ों में उन्हें भी शामिल कर लेना
पति पत्नी की लड़ाई एक सामान्य बात है लेकिन अगर आप हर बार बच्चों को अपनी लड़ाई में शामिल कर लेते हैं तो आपकी ये आदत बच्चों का काफी नुकसान कर सकती है. अपने माता पिता के बारे में एक दूसरे से सुनी गई बातें बच्चे के मन में हमेशा के लिए घर कर जाती है. ऐसे में बच्चे का अपने पैरेंट्स पर से भरोसा उठने लगता है और उनकी मासूमियत प्रभावित होती है.
चिढ़ाने की आदत
कई लोगों की आदत होती हैं कि वे अपने बच्चों को बात बात पर चिढ़ाकर मजे देते हैं. कई बार वे बच्चों को कुछ ऐसे नाम से पुकारते हैं जो उन्हें पसंद नहीं होता. कई माता पिता बाहरी लोगों के सामने भी बच्चे को चिढ़ाने लगते हैं. आपकी ये आदत बच्चे पर नकारात्मक असर डालती है.
बच्चे के सभी फैसले खुद लेना
अगर आप अपने बच्चे पर बार बार यह दबाव डाल रहे हैं कि उनके हर फैसले आप लेंगे तो ये उनके आत्मविश्वास को कम कर सकता है. ऐेसे में आप उनसे पूछें कि वे क्या करना चाहते हैं और इसके लिए क्या कर रहे हैं. ना कि ये बताये कि बच्चे को आगे क्या करना है और आप उनके लिए क्या क्या सोचे हैं.