हैंडओवर से पहले ग्रांड होटल सौंदर्यीकरण का आरएफपी टेंडर

सिंहस्थ के मद्देनजर पर्यटन विभाग ने शुरू की तैयारी
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अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। शहर की ऐतिहासिक ग्रांड होटल को संवारने और बजट होटल का रूप देने की तैयारी कर ली है। इस कड़ी में उसने आर्किटेक्चरल कंसल्टेंसी के लिए आरएफपी टेंडर भी जारी कर दिया है। हालांकि ग्रांड होटल अभी नगर निगम के अधीन है और पर्यटन विभाग को हैंडओवर करने की प्रक्रिया चल रही है। एमआईसी और निगम परिषद से भी इसकी मंजूरी होना बाकी है।
ग्रांड होटल शहर की शान है जो राजशाही लुक के कारण लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है। अभी नगर निगम द्वारा इसका मेंटेनेंस किया जाता है। सिंहस्थ 2028 के मद्देनजर ग्रांड होटल मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम को सौंपने पर सहमति बनी है। इसके लिए उच्च स्तर पर निर्णय हुआ है। इसी कारण पर्यटन निगम ने होटल के रिनोवेशन और डेवलपमेंट के लिए आर्किटेक्चरल कंसल्टेंसी सर्विस का आरएफपी टेंडर जारी किया है।
इसके लिए 13 फरवरी की डेडलाइन तय की है। टेंडर खुलने के बाद आगे की तस्वीर साफ हो सकेगी। पर्यटन विभाग होटल को नया राजशाही लुक देगा, जिससे कि लोग यहां ठहर सकें। पर्यटन विभाग ने महाराजवाड़ा भवन को भी होटल के रूप में विकसित कर दिया है, जिसका लोकार्पण करने की तैयारी चल रही है। अब ग्रांड होटल का आरएफपी टेंडर जारी होने से नई हलचल शुरू हो गई है। हालांकि ग्रांड होटल पर्यटन विकास निगम को सौंपने की तैयारी पिछले दो तीन सालों से चल रही है।
अभी तैयार हो रहीं शर्तें
ग्रांड होटल पर्यटन विभाग को सौंपने के लिए अभी प्रक्रिया चल रही है। निगम सूत्रों के अनुसार निगम प्रशासन ने पर्यटन विभाग को पत्र लिखकर पूछा है कि उसकी शर्तें क्या रहेंगी और मॉडल क्या रहेगा। इस पर निगम का स्वामित्व रहेगा या नहीं। इस पत्र का उत्तर अभी मिला नहीं है। इसके बाद निगम प्रशासन द्वारा होटल हैंडओवर करने का प्रस्ताव एमआईसी में रखा जाएगा। एमआईसी की हरी झंडी के बाद निगम परिषद की स्वीकृति ली जाएगी।