विक्रमादित्य के न्याय पर उज्जैन में तीन दिन तक होगा मंथन…

देशभर के कानूनविद् और न्यायाधीश विक्रमोत्सव में आएंगे
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भारत के कानून और न्याय मंत्री मेघवाल की उपस्थिति में होगा वैचारिक समागम
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कभी सम्राट विक्रमादित्य की राजधानी रहे उज्जैन में आयोजित होने वाले 125 दिवसीय सम्राट विक्रमादित्य समारोह में उनकी न्याय व्यवस्था पर तीन दिनों तक मंथन होगा और इसे देश की न्यायिक व्यवस्था में लागू करने पर विचार किया जाएगा। केंद्रीय कानून और न्याय मंत्री अर्जुन मेघवाल की उपस्थिति में देशभर के कानूनविद् और न्यायविद् इसमें शामिल होंगे।
भगवान महाकाल की नगरी उज्जैन में विक्रमोत्सव का शुभारंभ 26 फरवरी को कलश यात्रा के साथ होगा। इसके अंतर्गत 1 से 3 मार्च तक कालिदास अकादमी परिसर में सुबह 11 से शाम 5 बजे तक विक्रमादित्य न्याय पर वैचारिक समागम होगा। इसमें कानून और न्याय मंत्री मेघवाल के आने की भी संभावना है।
समारोह राज्य सरकार के संस्कृति विभाग और विक्रमादित्य सिद्धपीठ द्वारा आयोजित किया जा रहा है। इसी क्रम में विक्रमादित्य का न्याय विषय पर केंद्रित यह वैचारिक समागम आयोजित करना तय किया गया है। शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया इस वैचारिक समागम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला अभिभाषक संघ, विक्रम विश्वविद्यालय, विधि महाविद्यालय भी जुड़ गए हैं। समारोह में जजों को भी आमंत्रित किया गया है और सेवानिवृत्त जजों के भी शामिल होने की संभावना है।
महाशिवरात्रि से जून तक होगा विक्रमोत्सव
विक्रमोत्सव 26 फरवरी को महाशिवरात्रि से आरंभ होगा और 30 जून तक चलेगा। इस दौरान कई आयोजन होंगे जिसमें इस बार विक्रमादित्य का न्याय पर आयोजित वैचारिक समागम आकर्षण का केंद्र होगा।