मंदिर समिति को शिकायत के बाद दो युवकों पर धोखाधड़ी का केस
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। कलेक्टर नीरज कुमार सिंह द्वारा महाकालेश्वर मंदिर में नंदी हॉल से दर्शन के बदले रुपए लेने का मामला पकड़ा और जांच शुरू कराई तो नंदी हॉल ही नहीं बल्कि भस्मार्ती, शीघ्र दर्शन, जल, अभिषेक के नाम पर भी महाकाल मंदिर में लोगों द्वारा रुपए वसूली के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। उस समय माना जा रहा था कि अब मंदिर के नाम पर श्रद्धालुओं से धोखाधड़ी खत्म हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यह सिलसिला अब भी बदस्तूर जारी है। पुलिस केस पर केस दर्ज कर रही है और लोग ठगाते जा रहे हैं।
रुपए लिए, परिसर में छोडक़र भाग गए
मुंबई के चर्च गेट निवासी मिलिंद विपुल दोषी अपने दोस्त के साथ उज्जैन दर्शन करने आए थे। उन्हें भगवान महाकालेश्वर की भस्मार्ती देखना थी। इसके लिए उन्होंने मंदिर के लोगों से जानकारी मांगी। उन्हें जीतू बैरागी और चंदन बैरागी मिले जिन्होंने 4500 रुपए प्रति व्यक्ति के मान से दो लोगों के 9000 रुपए में भस्मार्ती करवाने की जानकारी दी। मिलिंद दोषी दोनों युवकों की बातों में उलझ गए और पेटीएम के माध्यम से ऑनलाइन 4500 रुपए दिए। एक युवक उन्हें महाकालेश्वर मंदिर परिसर में छोडक़र चला गया। जब उन्हें भस्मार्ती के लिए मंदिर में प्रवेश नहीं मिला तो मोबाइल पर कॉल किया। मोबाइल स्वीच ऑफ था। वह समझ गए कि हमारे साथ ठगी हो गई है।
कड़े शब्दों में समिति को लिखा पत्र
मिलिंद दोषी ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत पत्र के माध्यम से महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति से की। पत्र में उन्होंने लिखा देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु भक्ति और आस्था से दर्शन करने आते हैं। मंदिर समिति द्वारा भस्मार्ती परमिशन पंजीयन शुल्क 200 रुपए निर्धारित किया है लेकिन कुछ लोग मंदिर के बाहर ही लोगों से हजारों रुपए ठगते हैं। समिति के लोग और पुलिस प्रशासन को ऐसे ठगों पर कड़ी कार्रवाई करना चाहिए जिससे महाकाल दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को अच्छा मैसेज जाए व उनकी भावनाएं आहत न हो।
पंवासा क्षेत्र के रहने वाले हैं युवक
पुलिस ने बताया कि मिलिंद दोषी द्वारा मंदिर समिति को दिया पत्र आगे की कार्रवाई के लिए प्राप्त हुआ है। मामले में जीतू बैरागी और चंदन बैरागी के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दोनों युवक पंवासा क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनका मंदिर के किन लोगों से संपर्क था जिनके माध्यम से वह भस्मार्ती परमिशन कराते थे इसकी जानकारी आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही मिल पाएगी।
चार दिन पहले दर्ज हुए केस का एक आरोपी अब भी फरार
महाकाल थाना पुलिस ने चार दिनों पहले भी दो युवकों के खिलाफ भस्मार्ती दर्शन के नाम पर श्रद्धालुओं से रुपए ठगने का मामला दर्ज किया था जिनमें एक पुजारी का सेवक था। पुलिस ने उक्त मामले में एक युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जबकि पुजारी का सेवक दुग्गर अब भी फरार है। बुधवार को दर्ज हुए मामले में भी पुलिस अब दोनों बदमाशों की तलाश में लगी है।