तीन माह में ही दो दर्जन से अधिक लोग गंवा चुके हजारों रुपए, सोशल मीडिया पर सूचना प्रसारित

भक्त निवास के नाम पर सायबर ठगों से बचाने के लिए पुलिस ने की पहल
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल लोक बनने के बाद से शहर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में देश भर के श्रद्धालु उज्जैन दर्शन करने पहुंच रहे हैं। खास बात यह कि अधिकांश श्रद्धालु उज्जैन आने से पहले ऑनलाइन होटल बुकिंग कराते हैं। इसी का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों को ठगना शुरू कर दिया। लोगों को इससे बचाने के लिए पुलिस द्वारा अब सेाशल मीडिया का सहारा लेकर होटल संबंधी सूचना प्रसारित की है।
माधव सेवा न्यास द्वारा संचालित श्री महाकालेश्वर भक्त निवास के नाम से ठगों ने गूगल पर फर्जी वेबसाइट बना ली। देश भर से उज्जैन आने वाले अधिकांश श्रद्धालु भक्त निवास के नाम में उलझकर इसी वेबसाइट पर कमरे बुक करने की कोशिश करते हैं। इस वेबसाइट पर ठगों द्वारा दिए गए नंबरों पर संपर्क कर जरूरत के हिसाब से कमरे बुक करने के साथ ही ऑनलाइन एडवांस राशि भी जमा करते हैं, लेकिन जब वह अपने शेड्यूल के हिसाब से उज्जैन पहुंचकर भक्त निवास में संपर्क करते हैं तो पता चलता है कि भक्त निवास की कोई वेबसाइट ही नहीं है। ऐसे में ठगाए लोग महाकाल थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराते हैं।
पुलिस कई बार बंद करा चुकी फर्जी वेबसाइट
भक्त निवास के नाम से गूगल पर चल रही फर्जी वेबसाइट से ठगाए श्रद्धालुओं द्वारा आए दिन महाकाल थाने पर शिकायती आवेदन दिए जाते हैं। पुलिस अफसरों ने सायबर एक्सपर्ट की मदद से कई बार उक्त वेबसाइट बंद कराई लेकिन ठगों द्वारा दूसरे आईडी से इसी नाम की फर्जी वेबसाइट बनाकर श्रद्धालुओं को ठगना शुरू कर दिया।
होटल, लॉज की भी फर्जी वेबसाइट
ऐसा नहीं कि साइबर ठगों द्वारा सिर्फ भक्त निवास के नाम से होटल बुक कराने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी की जा रही है। शहर में सैकड़ों की संख्या में होटल, लॉज, धर्मशाला, होम स्टे संचालित हो रहे हैं। ठगों द्वारा इनके नाम से भी फर्जी वेबसाइट बनाई गई है जिनकी शिकायतें समय समय पर महाकाल थाने पहुंचती हैं।
सतर्कता की सूचना और वीडियो सोशल मीडिया पर
पुलिस ने श्री महाकालेश्वर भक्त निवास, माधव सेवा न्यास द्वारा संचालित एकमात्र आधिकारिक भक्त निवास के संबंध में सतर्कता सूचना और वीडियो को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया है। सूचना में लोगों को संदेश है कि भक्त निवास कोई भी ऑनलाइन बुकिंग न करें, बुकिंग केवल कार्यालय अथवा आधिकारिक नंबर पर ही की जाए। किसी भी अनजान नंबर या व्हाट्सएप मैसे पर विश्वास न करें।