अपराधों को 4 श्रेणियों में बांटा, उज्जैन जिला ए में

जघन्य अपराधों को चिह्नित करने के लिए डीजीपी ने पुलिस कप्तानों को दिया लक्ष्य
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अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। प्रदेश में पुलिस ने सनसनीखेज और जघन्य अपराधों में त्वरित कार्रवाई के लिए नया फार्मूला तैयार किया है। इससे अपराधों की विवेचना से लेकर न्यायालय में अभियोजन प्रस्तुत करने तक के काम में तेजी आएगी जिससे अपराधियों को जल्द सजा और पीडि़तों को न्याय मिलेगा। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना के निर्देश पर विशेष पुलिस महानिदेशक पवन श्रीवास्तव ने इस संबंध में सभी जोनल आईजी और डीआईजी को निर्देश जारी किए हैं।
पुलिस अफसरों ने बताया कि कुल अपराधों की संख्या के हिसाब से जिलों को लक्ष्य दिया गया है। उन्हें प्रतिवर्ष बताए गए अपराधों की पहचान कर अपराधी की गिरफ्तारी, विवेचना में तेजी लाकर चालान प्रस्तुत करने की प्रक्रिया करना है। प्रदेश के जिलों को अपराधों की दृष्टि से अलग-अलग श्रेणी में बांटा गया है।
यह हैं जघन्य एवं सनसनीखेज अपराध
हत्या के विभत्स प्रकरण जैसे जिंदा जलाना, दिनदहाड़े सार्वजनिक स्थान पर गोली, चाकू, तलवार व अन्य हथियार से निहत्थे व्यक्ति को मार देना, सामूहिक हत्याकांड, संगठित अपराध एवं गंभीर श्रेणी के आर्थिक अपराध, हत्या के साथ डकैती, बैंक, ज्वेलर्स एवं सार्वजनिक स्थल पर डकैती, सामूहिक दुष्कर्म, नाबालिग से दुष्कर्म, आतंकवादी कृत्य, अपहरण के साथ हत्या, तेजााब के हमले आदि को जघन्य अपराधों की श्रेणी में रखा गया है।
चार श्रेणी में बंटे जिले
अपराधों की दृष्टि से जिलों को श्रेणी दी गई है जिनमें ए श्रेणी में इंदौर शहर, भोपाल शहर, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, देवास, धार, उज्जैन, रतलाम और रीवा को रखा गया है। बी श्रेणी में बैतूल, खरगोन, रायसेन, नरसिंहपुर, शिवपुरी, छतरपुर, सिंगरौली, सीहोर, झाबुआ, छिंदवाड़ा, विदिशा, मुरैना, खंडवा, बड़वानी, इंदौर देहात, राजगढ़, सतना, सीधी, भिंड, सिवनी, गुना, शहडोल, मंदसौर, अशोक नगर, पन्ना, बालाघाट, नर्मदापुरम, दतिया, टीकमगढ़, दमोह, शाजापुर और कटनी को रखा गया है। सी श्रेणी में अलीराजपुर, श्यामपुर, हरदा, अनूपपुर, मंडला, डिंडौरी, नीमच, मऊगंज, उमरिया, आगर मालवा, मैहर, भोपाल देहात और बुरहानपुर व डी श्रेणी में निवाड़ी, पांढुर्णा, रेल भोपाल, रेल जबलपुर और रेल इंदौर को रखा गया है।