मेट्रो से जोडऩे के लिए डबल डेकर बनेगा एलिवेटेड ब्रिज

चामुंडा माता चौराहे पर एलिवेटेड ब्रिज से उतर सकेंगी गाडिय़ां
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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर में बनने वाले दो एलिवेटेड ब्रिज की डीपीआर बनाने का काम तेज हो गया है। मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से एक ब्रिज को जोडऩे की तैयारी चल रही है। इसे डबल डेकर ब्रिज बनाने पर मंथन शुरू हो गया है। चामुंडामाता चौराहे पर ब्रिज से गाडिय़ां उतर सकें, इसका प्रावधान भी किया जा रहा है।
सिंहस्थ 2028 से पहले मकोडिय़ाआम चौराहे से नीलगंगा तक करीब साढ़े चार किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ब्रिज को मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट से जोडऩे की कवायद शुरू हो गई है। कलेक्टर रोशन कुमार सिंह के अनुसार मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन की टीम के साथ हुई चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया है। एलिवेटेड ब्रिज बनाने का काम पीडब्ल्यूडी ने सिंहस्थ डिविजन को हैंडओवर कर दिया है। पीडब्ल्यूडी ने बोरिंग और सॉइल टेस्ट कर डीपीआर का काम शुरू कर दिया था। इसमें चामुंडामाता मंदिर चौराहे पर एक्जिट यानी गाड़ी उतरने का प्रावधान भी किया है।
डीपीआर में कोई बदलाव नहीं किया तो लोग मकोडिय़ाआम चौराहे से एलिवेटेड ब्रिज से होते हुए चामुंडामाता चौराहे पर उतरकर शहर में एंट्री कर सकेंगे। ब्रिज मकोडिय़ाआम चौराहे से शुरू होगा और इंदिरानगर, गाड़ी अड्डा, कोयलाफटक,चामुंडमाता चौराहा, रेलवे स्टेशन होते हुए नीलगंगा तक पहुंचेगा। यहां इसे मेट्रो ट्रेन से जोड़ा जाएगा। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार मेट्रो ट्रेन के लिए इसे डबल डेकर बनाने पर विचार चल रहा है। इसके लिए मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन से निर्देश मिलने पर डिजाइन किया जाएगा। मध्यप्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने यह ड्रीम प्रोजेक्ट तैयार किया है। इस कारण मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन भी तैयारी में पूरी ताकत से जुट गया है। कॉर्पोरेशन की एक टीम उज्जैन का दौरा कर चुकी है। पीडब्ल्यूडी ने दोनों एलिवेटेड ब्रिज सहित सभी सडक़ों के काम सिंहस्थ डिविजन को सौंप दिए हैं। दूसरा एलिवेटेड ब्रिज निकास चौराहे से इंदौरगेट तक बनाने की योजना है।
एलिवेटेड ब्रिज की योजना, एक नजऱ
1. मकोडिय़ाआम चौराहे से नीलगंगा चौराहे तक 4.55 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनेगा।
सीआरआईएएफ के तहत यह ब्रिज बनाया जाएगा।
511.47 करोड़ रुपए की लागत संभावित है।
2. निकास चौराहा से इंदौर गेट तक 1.56 किमी लंबा कॉरिडोर बनाने की योजना।
इस पर 122.83 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान।
सिंहस्थ डिविजन कर रहा काम: एलिवेटेड कॉरिडोर सहित अन्य काम सिंहस्थ डिविजन को सौंप दिए गए हैं।
योगेंद्र बागोले, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग