करवाचौथ कल: चांद का इंतजार रहेगा साथ-साथ

ऐसे हमसफर भी हैं जो पत्नी संग रखते हैं व्रत
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
उज्जैन। शहर में करवाचौथ के चांद का इंतजार अब सिर्फ महिलाओं को ही नहीं रहता, कुछ पुरुष भी चांद का इंतजार करते हैं। प्रेम, समानता और साथ निभाने की परंपरा के तहत यह पुरुष भी करवा चौथ का व्रत करते हैं। करवाचौथ पर इन्हें भी पत्नी के साथ चांद का इंतजार रहता है। कार्तिक महीने के कृष्णपक्ष की चतुर्थी (करवाचौथ) सुहागिनों की आस्था और प्रेम का प्रतीक है। इस परंपरा में उज्जैन के कुछ पति समानता और साथ निभाने का भाव जोड़ रहे हैं। इनका कहना है कि जब पत्नी हमारे लिए उपवास रख सकती है तो हम क्यों नहीं?
कल आश्रय में सुहाग थाली: पंजाबी महिला विकास समिति करवाचौथ धूमधाम से मना रही है। बुधवार शाम आस्था गार्डन में महिला समिति अध्यक्ष शालिनी नारंग, महासचिव शुभ्रा जुल्का, कामिनी जुनेजा के नेतृत्व में महिलाओं का मेहंदी और जागो कार्यक्रम रखा गया। समाज की महिलाओं ने हाथों में मेहंदी सजाई। जागो कार्यक्रम में हंसा नरूला, सीमा दीदी, पूनम जुल्का, रजनी सेठ, मंजू कपिल भी उपस्थित रहीं। शुक्रवार शाम 4 बजे होटल आश्रय में सुहाग थाली होगी। समाज की महिलाएं यहां सुहाग थाली लेकर आएंगी।
पेशे से ट्रांसपोर्टर अश्विन नरूला करीब ३७ साल से यह व्रत कर रहे हैं।1988 में उनकी शादी हंसा नरूला से हुई थी। पहली चौथ से ही
दोनों साथ व्रत रख रहे हैं।
बिल्डर ऋषिराजसिंह अरोरा भी 21 साल से व्रत रख रहे हैं। 2004 में उनकी शादी सिमरन से हुई थी। सिमरन ने जब पहला व्रत रखा तो ऋषि ने भी उनका साथ दिया। तब से यह सिलसिला चल रहा।
पेशे से वकील चंदन गेरा ने 2014 में पत्नी नेहा के साथ व्रत रखना शुरू किया था और यह अभी भी जारी हैं।
खत्री अरोड़वंशीय पंजाबी समिति के अध्यक्ष अजय जुल्का की शादी 1995 में पूनम से हुई थी। तभी से वह पत्नी के साथ व्रत रख रहे हैं।
टीसीएस कर्मी तुषार कालरा 13 और आलोक अरोरा 12 साल से व्रत कर रहे हैं। तुषार की शादी 2012 में नेहा और आलोक की 2013 में सोनल से हुई थी। तभी से यह युगल व्रत कर रहे हैं।










