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हरिफाटक ब्रिज पार्किंग के पास बाइक बेचने की फिराक में खड़े थे वाहन चोर, पुलिस ने दबोचा

पूछताछ में कबूला सच, दोनों वाहन चोरों से 3 बाइक बरामद

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अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन। नीलगंगा पुलिस ने दो वाहन चोरों को मुखबिर की सूचना पर दबोचा है। दोनों चोरी की बाइक बेचने की फिराक में हरिफाटक ब्रिज पार्किंग के पास खड़े थे लेकिन जैसे ही पुलिस पहुंची उन्होंने दौड़ लगा दी लेकिन कानून के रखवालों ने दोनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। शनिवार को दोनों को कोर्ट में पेश किया जहां से जेल भेज दिया गया।

पुलिस ने बताया कि नीलगंगा क्षेत्र से इसी साल 21 अप्रैल और 8 अक्टूबर को दो बाइक चोरी हुई थी। पहली वारदात में फरियादी विनोद निवासी शांतिनगर की बाइक गऊघाट जंतर-मंतर के पास से चोरी हुई, जबकि दूसरी घटना में फरियादी ईश्वर सिसौदिया निवासी घट्टिया की बाइक एक होटल के बाहर से चोरी हुई। दोनों मामलों में पुलिस केस दर्ज कर वाहन चारों की तलाश कर रही थी।

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इसके लिए विशेष टीम भी बनाई गई थी। शुक्रवार को प्रधान आरक्षक वीरेंद्र दुबे, आरक्षक वीर सिंह और दामोदर पटेल क्षेत्र में भ्रमण कर रहे थे तभी मुखबिर ने सूचना दी कि दो संदिग्ध युवक हरिफाटक ब्रिज पार्किंग के पास चोरी की बाइक बेचने की फिराक में खड़े हैं। तीनों पुलिसकर्मी बताई गई जगह पहुंचे जहां बाइक पर बाइक पर दो युवक बैठे नजर आए।

जैसे ही युवकों ने पुलिसकर्मियों को देखा तो भागने लगे लेकिन उन्हें घेराबंदी कर जवानों ने दबोच लिया। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम युवराज पिता शिवराज सिंह राजपूत (24) निवासी ग्राम चाचौड़ा, हालमुकाम स्कीम नं. 51 संगम हॉस्पिटल के पास, इंदौर और भव्य पिता रामनिवास अहिरवार (20) निवासी चाचौड़ा, जिला गुना बताया। दोनों से जब बाइक के दस्तावेज मांगे तो वह प्रस्तुत नहीं कर सके। इंजन एवं चैसिस नंबर की जांच करने पर पता चला कि बाइक चोरी की है।

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इंदौर से भी चुराई थी बाइक

दोनों को थाने लाकर पूछताछ की गई जिसमें उन्होंने बाइक चोरी करना स्वीकार कर लिया। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने हरिफाटक ब्रिज के पास सूनसान जगह पर छिपाकर रखी एक और बाइक को बरामद किया। आरोपियों ने इंदौर से भी बाइक चुराई थी जिसे भी बरामद किया गया। इस तरह कुल तीन मोटरसाइकिल बरामद की गई।

इनका कहना

आरोपियों को कोर्ट में पेश कर वहां से जेल भेज दिया गया है। गुना पुलिस से संपर्क कर इनके पुराने रिकॉर्ड पता किए जा रहे हैं। – तरुण कुरील, टीआई, थाना नीलगंगा

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