आचार्य जन्म जयंती पर संस्कृत में हुआ गुरु गुणानुवाद, 151 पौधे लगाने का संकल्प दिलाया

उज्जैन। आचार्य श्री सागरानन्द सागरसूरिश्वर की 151वीं जन्म जयंती पर श्री केसरियानाथ-माणिभद्र यक्षराज तीर्थधाम में संस्कृत में विशेष गुणानुवाद सभा हुई। विकास कोठारी व प्रदीप दख ने बताया श्री केसरियानाथ – माणिभद्र यक्षराज तीर्थ भेरुगढ़ पर विराजित आचार्यश्री अशोकसागरसूरिश्वर जी ने अपने प्रवचन में बताया कि आचार्य श्री सागरानन्दसागरसूरिश्वर ने अदम्य साहस के साथ घर से भागकर वैराग्य को अंगीकार किया था। आचार्यश्री सागरचंदसागरसूरी जी ने कहा सैलाना के राजा दिलीपसिंह को आचार्यश्री ने प्रतिबोध दिया एवं उनके नगर में चातुर्मास किया। गुणानुवाद में आचार्यश्री विवेकचंदसागरसूरी ने अंग्रेजी में प्रवचन दिया। मुनिवर धैर्यचंदसागर ने दीक्षा प्रसंग का वृत्तांत सुनाया। पूज्यश्री वैराग्यचंदसागर ने ओष्ठ्य व्यंजन रहित अर्थात जिसमे दोनों होंठ प्रवचन बोलते समय जुड़ते नहीं है इस नियम से प्रवचन दिए। विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने भी संबोधित किया और 151वीं जन्म जयंती पर सभी को 151 पौधे लगाने का संकल्प दिलाया।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!
आकर्षक प्रस्तुति दी महिला मंडल ने
उज्जैन। आचार्य श्री आनंद सागर सुरीश्वर जी के जन्मदिवस पर नवरत्न महिला मंडल ने भव्य प्रस्तुति दी। 151 वें जन्मदिवस पर आचार्यश्री विश्व रत्न सागर सुरीश्वर महाराज सा की निश्रा में नवरत्न महिला मंडल ने शानदार प्रस्तुति दी। चातुर्मास समिति ने मंडल का बहुमान किया। मंडल की पदमा जैन, मधुलिका सिरोलिया, सुशीला सिरोलिया, प्रिया सालेचा, पूनम धीग, सपना पावेचा, मीना पावेचा, मंजुला जैन, समता कोठारी, तृप्ति भंडारी मौजूद थीं।