दताना हवाई पट्टी का होगा विस्तार, विमानन विभाग को मिली हरी झंडी
प्रयागराज में प्लेन उतरने का रिकॉर्ड बनने पर सिंहस्थ के लिए बढ़ी चिंता
अक्षरविश्व एक्सक्लूसिव | सुधीर नागर|उज्जैन। सिंहस्थ 2028 से पहले उज्जैन में एयरपोर्ट बनने की उम्मीदों को पंख लगे हैं। देवास रोड स्थित दताना हवाईपट्टी को ही एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने की तैयारी शुरू हो गई है। प्रयागराज महाकुंभ में इस बार प्लेन से जाने वालों की बढ़ी संख्या ने राज्य सरकार को चिंतित कर दिया है। प्रयागराज एयरपोर्ट पर रिकॉर्ड 650 प्लेन उतरे हैं। उज्जैन में अभी एयरपोर्ट का अभाव है। इस कारण इंदौर एयरपोर्ट पर दबाव बढ़ सकता है।
उज्जैन में दताना हवाईपट्टी को ही एयरपोर्ट के रूप में विकसित करने पर राज्य सरकार के विमानन विभाग ने फोकस कर लिया है। सूत्रों के अनुसार विमानन विभाग की प्रक्रिया को केंद्रीय विमानन विभाग से हरी झंडी मिल गई है। इसके आधार पर हवाईपट्टी को विकसित करने की योजना तैयार की जा रही है। अभी यहां 84 एकड़ जमीन पर ही हवाईपट्टी है। इसका रनवे करीब 700 मीटर का है। इसे एयरपोर्ट का रूप देने के लिए करीब तीन सौ एकड़ जमीन की जरूरत लगेगी। नया रनवे 3500 मीटर से अधिक लंबा और करीब 650 मीटर चौड़ा करने का प्रस्ताव है। प्रदेश के विमानन आयुक्त चंद्रमौली शुक्ला इस सिलसिले में हवाईपट्टी का निरीक्षण कर चुके हैं। सिंहस्थ के आयोजन में समय की बड़ी समस्या सामने आने की संभावना है, लेकिन विमानन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अयोध्या में 800 एकड़ से ज्यादा जमीन पर 2200 मीटर लंबा रनवे 20 माह में बनाया जा सकता है तो उज्जैन में भी बनाया जा सकता है।
अभी इंदौर एयरपोर्ट पर ही उज्जैन निर्भर
हवाई यात्रा से उज्जैन आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाकाल मंदिर और मंगलनाथ मंदिर दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालु पहले इंदौर एयरपोर्ट उतरते हैं फिर 52 किलोमीटर की यात्रा कर उज्जैन आ पाते हैं। सिंहस्थ 2028 में प्लेन द्वारा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद प्रयागराज एयरपोर्ट पर हो रही भीड़ को देखते बढ़ रही है। इस पहलू को देखकर भी विमानन विभाग उज्जैन के पास एयरपोर्ट बनाने की तैयारी में जुट गया है।
प्रयागराज एयरपोर्ट पर ये हाल तो उज्जैन में क्या होगा….?
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज एयरपोर्ट पर अब तक 650 से ज्यादा चार्टर प्लेन उतर चुके हैं, जो एक नया रिकॉर्ड है।
11 फरवरी को सबसे ज्यादा 71 चार्टर्ड फ्लाइट प्रयागराज उतरे थे।
8 फरवरी के बाद प्रतिदिन 60 से ज्यादा चार्टर्ड और निजी प्लेन उतर रहे हैं।
स्पाइसजेट, इंडिगो, एयर इंडिया के रेगुलर फ्लाइट्स भी कोई 300 की संख्या में प्रति हफ्ते उतरे।
प्रयागराज फिलहाल देश के सबसे व्यस्ततम एयरपोर्ट में शामिल हो गया है।
अधिकांश शहरों की सीधी उड़ान का किराया आसमान छू रहा है। ज्यादा किराया के बावजूद आसानी से सीट नहीं मिल पा रही है।
एक निजी कंपनी के विमान में प्रति व्यक्ति बैंगलुरु का किराया 39146 रुपए रहा।
प्रोसेस को स्वीकृति मिली
उज्जैन में सिंहस्थ से पहले हवाई सेवा उपलब्ध कराने पर काम हो रहा है। एयरपोर्ट विकसित करने की प्रक्रिया को स्वीकृति मिल गई है। दताना हवाईपट्टी को ही एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जाएगा।-चंद्रमौली शुक्ला, आयुक्त विमानन विभाग, मध्यप्रदेश शासन
विमानन स्तर पर तैयारी
एयरपोर्ट को लेकर विमानन विभाग स्तर पर ही तैयारी चल रही है।-नीरजकुमार सिंह कलेक्टर