रंग-संग सीजन-18:नन्हें कलाकारों के पुरस्कार पाकर चेहरे खिले

अक्षरविश्व की ड्रॉइंग एंड पेंटिंग कॉम्पिटिशन में अतिथियों ने अवॉर्ड किए वितरित
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200 स्कूलों के 7530 बच्चों ने ड्रॉइंग कॉम्पिटिशन में भाग लेकर अपनी कल्पना को कैनवास पर साकार किया था
अक्षर विश्व द्वारा आयोजित रंग-संग ड्राइंग काम्पीटिशन सीजन-18 का पुरस्कार वितरण एवं स्थापना दिवस कालीदास अकादमी के अभिरंग सभागार में मनाया गया। पुरस्कार के लिए उत्साहित बच्चे अपने माता-पिता के साथ पहुंचे। साध्यकालीन बेला में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में विक्रम विश्वविद्यालय के कुलगुरू डॉ. अर्पण भारद्वाज, विशेष अतिथि पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा, कालीदास अकादमी के निदेशक डॉ. गोविंद गंधे, समाजसेविका डॉ. सतिंदर सलूजा एवं समाजसेवी संतोष चौहान थे।
अध्यक्षता अक्षर विश्व के प्रधान संपादक सुनील जैन ने की। अतिथियों ने दीप आलोकित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रारंभ में प्रतिभा संगीत कला केंद्र की नन्हीं नृत्यांगनाओं ने भगवान भोलेनाथ की स्तुति पर आधारित नृत्य प्रस्तुत किया। इसके बाद वंदे भारतम कथक नृत्य पेश कर उपस्थित लोगों का मन मोहा।
अक्षत जैन ने गीत प्रस्तुत किया। गौरतलब है कि प्रतियोगिता विक्रम विश्वविद्यालय परिसर में 19 जनवरी को आयोजित की गई थी जिसमें 200 स्कूलों के 7 हजार से अधिक बच्चों ने अपनी कल्पना को केनवास पर उकेरा था। काम्पीटिशन में क्लास के मान से चार ग्रुप बनाए गए थे।
इनमें से प्रत्येक ग्रुप से तीन बच्चों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार सम्मानित किया गया। प्रत्येक वर्ग में इसी प्रकार 25-25 बच्चों को कॉन्सालेशन पुरस्कार दिए गए। अतिथियों का स्वागत प्रधान संपादक सुनील जैन, एवी न्यूज की डायरेक्टर डॉ. श्रुति जैन, प्रबंध संपादक श्रेय जैन, स्थानीय संपादक विनोद सिंह सोमवंशी, मार्केटिंग हैड आदित्य खंडेलवाल, डिजीटल हैड गौरव शर्मा, सर्कुलेशन हैड भीमा गुजराती अक्षर विश्व परिवार की सोनिया शर्मा आदि ने किया। कार्यक्रम की रूपरेखा श्रुति जैन ने प्रस्तुत की। संचालन सिटी एडिटर नरेंद्र सिंह अकेला ने किया। आभार श्रेय जैन ने व्यक्त किया।
आपके जीवन में सातों रंग उतरें
कुलगुरू डॉ. अर्पण भारद्वाज ने अक्षर विश्व के रंग-संग कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, जिस तरह आपने ड्राइंग शीट पर रंगों को उतारा है ऐसे ही खुशियों के रंग आपके जीवन में भी उतरें। यह काम्पीटिशन आपके जीवन के लिए यादगार पल है। इसे संजो कर रखें।
अपने हुनर को बनाए रखिए
एसपी प्रदीप शर्मा ने नन्हें कलाकारों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि हमारे जमाने में डॉक्टर इंजीनियर और कुछ नहीं बनने की बात की जाती थी। लेकिन अब दौर बदल गया है। डॉक्टर इंजीनियर जैसे पेशे को हुनर ने पीछे छोड़ दिया है आज अच्छा क्रिकेट खेलने वाले नाम और दाम कमा रहे हैं। इसी तरह ड्राइंग से भी भरपूर पैसा और शोहरत मिल रही है। उन्होंने उदयपुर में रहने वाले अपने परिजन का उदाहरण दिया जो कपड़ों पर चित्रकारी करती है। उनके बनाए तकियों की कीमत आठ हजार रुपए तक है। आप भी अपना हुनर को बनाए रखें।
विश्वसनीयता पर फोकस रहा
अक्षर विश्व के प्रधान संपादक सुनील जैन ने कहा कि आज के दौर में अखबार निकालना बड़ा मुश्किल काम है। सबसे पहले विश्वसनीयता की बात आती है। हमने इसी पर ध्यान दिया और आज इसका परिणाम सामने है। हमने सीमित संसाधनों में अखबार निकाल कर शुरूआत की थी। आज पाठकों का स्नेेह और समर्थन हमारा संबल बना है।
जब एसपी को आशीर्वाद मिला
बच्चों में पुरस्कारों को लेकर अपार उत्साह रहा। बच्चे पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा के साथ फोटो खिंचवाने एवं उनके माता-पिता सेल्फी के लिए लालायित रहे। पुलिस अधीक्षक ने भी बच्चों को पूरा समय दिया और उनके साथ फोटो खिंचवाए। कार्यक्रम में मौजूद 80 वर्षीय दादी मां भी एसपी के पास आई और फोटो के लिए आग्रह किया। एसपी ने उनके चरण छू कर आशीर्वाद लिया। यह बहुत ही भावुक पल था। दादी मां ने उन्हें सीने से लगा कर आशीर्वाद दिया और कहा, बेटा आपका कार्यकाल यशस्वी हो।
अक्षरविश्व की डाक्युमेंट्री दिखाई
पुरस्कार वितरण समारोह में अक्षरविश्व की विकास यात्रा को लेकर डाक्युमेंट्री दिखाई गई। इसमें अतीत के पन्ने पलटते हुए बताया गया कि यह अखबार गुदरी चौराहा स्थित एक कार्यालय से साप्ताहिक के रूप में 39 साल पहले प्रारंभ हुआ। निष्पक्षता, तटस्थता और निर्भिकता के साथ इसका सफर चार साल तक जारी रहा।
यह अखबार सांध्य दैनिक के रूप में पाठकों के सामने आया और क्षीरसागर स्थित बहुमंजिला इमारत से प्रकाशित हुआ। पाठकों का विश्वास और स्नेह अखबार का संबल बना। परिणाम यह रहा कि इस अखबार में आधुनिक संसाधनों के साथ उद्यन मार्ग से ब्रॉडशीट पर 10 पेज का बहुरंगीन अखबार पाठकों के सामने प्रस्तुत किया। आज यह मालवा का सर्वाधिक प्रसार वाला अखबार है।
Group A (1st ,2nd,3rd)





Group B (1st ,2nd,3rd)




Group C (1st ,2nd,3rd)




Group D (1st ,2nd,3rd)




अक्षरविश्व रंग संग 2025 विजेताओं के नाम