अक्षरविश्व प्रतिभा सम्मान समारोह आज: शहर की प्रतिभाओं का सम्मान कर होंगे गौरवान्वित

सोशल मीडिया से दूरी, टाइमली स्टडी कर पहुंचे शिखर पर
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उत्साहित बच्चों ने अक्षरविश्व से साझा की सफलता की कहानी
अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन. 10th और 12th की परीक्षा में अपने परिश्रम से सफलता के कीर्तिमान रचने वाले शहर के नौनिहालों को शनिवार को अक्षरविश्व प्रतिभा सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। विक्रम विश्वविद्यालय के स्वर्णजयंती सभागृह मेें होने वाले समारोह के लिए बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। चुने गए विद्यार्थी सम्मान को लेकर बेहद उत्साहित हैं और इन्होंने अपनी खुशी साझा की। प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम को विक्रम विश्वविद्यालय के विद्यार्थी कल्याण संकाय विभाग, ओमेक्स रियलटी, अवंतिका यूनिवर्सिटी, एमजी लैंडमार्क उज्जैन, नवसंवत लॉ कॉलेज, आरके डेवलपर्स, कौटिल्य अकेडमी उज्जैन, ओपीके ग्रुप, यूनिहंट, जॉस सेंस और महाकालेश्वर दर्शनार्थी सेवा फउंडेशन ने मजबूती दी है।
माता-पिता का हौंसला
माता-पिता एंव शिक्षकों के सहयोग से उपलब्धि हासिल की। कठिन सवाल उदाहरण देकर सॉल्व कराएं। नोट्स अनुसार पढ़ाई की।
-सुहानी प्रजापत, 10th
मोबाइल से दूरी बनाई
बचपन से मैं मोबाइल से दूर रही। मेरी सलाह है कि सोशल मीडिया से दूर रहे और पहले पढ़ाई पर फोकस करें।
-अनन्या त्रिवेदी, 10th
टाइम टेबल से पढ़ाई
सफलता के लिए मैंने टाइम-टेबल बनाया और उसी अनुसार पढ़ाई की। सभी का सहयोग मिला और मुझे कामयाबी मिली।
पायोजा पाटील, 10th
चार घंटे रोज स्टडी की
रोजाना तीन से चार घंटे स्टडी की। दिमाग को ताजा रखने के लिए सप्ताह में एक दिन खेलना तय किया। सभी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। हार्दिक अग्रवाल, 10th
सेल्फ स्टडी पर फोकस
सेल्फ स्टडी से सफलता हासिल की। स्कूल में जो भी पढ़ाया गया, उस पर फोकस रखा। कठिनाई आने पर शिक्षकों की सलाह ली।
मुदित तिवारी, 10th
मां ने मोटिवेट किया
सेल्फ स्टडी से सफलता हासिल की। मां ने हमेशा मोटिवेट किया। टॉपर्स की सलाह ली।
इशिका गुजराती,12th
पुराने पेपर का रिवीजन
रोजाना चार घंटे मन लगाकर पढ़ाई की। सात साल के पेपर का रिवीजन किया। घर में माता- पिता और स्कूल-कोचिंग में टीचर्स ने मदद की।
भव्य डोडिया,12th
सोशल मीडिया से दूरी
पढ़ाई के लिए मोबाइल, टीवी को अवाइड किया। टाइम टेबल बनाकर पढ़ाई की। माता, पिता के साथ शिक्षकों ने भी खूब सपोर्ट किया।
यशिका गोठवाल, 12th
रिवीजन पर फोकस
ज्यादा से ज्यादा रिवीजन किया। मोबाइल-टीवी से दूरी बनाई। दोस्तों ने खूब सपोर्ट किया। माता-पिता के साथ शिक्षकों ने भी मदद की।
दिवीत अरोन्या, 12th
डे टू डे का टॉस्क
पढ़ाई के लिए डे टू डे का टॉस्क बनाया। नोट्स की टू डू लिस्ट बनाई। सुबह से शाम तक में टॉस्क पूरा किया। सफलता के लिए लक्ष्य तय किया।
उदित जोशी, 12th
पोमोडोरो तकनीक
पढ़ाई को एंजाय किया। पोमोडोरो तकनीक से पढ़ाई की। इसमें 30 मिनट पढ़ाई और फिर पांच मिनट का रेस्ट लेते हैं। इससे सफलता मिली।
रुद्रांश त्रिवेदी, 12th