सौंदर्यीकरण को ठेंगा… टूटी रोटरियां, सुधारने की सुध नहीं

सिंहस्थ 2016 में राजस्थान के पत्थरों से बनी रोटरी का नगर निगम नहीं कर पा रहा देखरेख

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर के चौराहों की सुंदरता बढ़ाने के लिए राजस्थान के लाल पत्थरों से बनी खूबसूरत रोटरियां अनदेखी का शिकार हो रही हैं। रोटरियां जगह-जगह से टूट गई हैं, इसके अलावा उनके पत्थरों का लाल रंग काले में बदल गया है जो सुंदरता को बिगाड़ रहा है। बावजूद इसके संधारण को लेकर नगर निगम द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

दरअसल, सिंहस्थ २०१६ में लाखों रुपए खर्च कर लाल पत्थरों से शहर के प्रमुख चौराहों पर रोटरियां बनाई गई थीं और इसमें से कुछ में तरह-तरह के पौधे भी लगाए गए थे। इनके बनने के बाद से चौराहों की खूबसूरती में चार चांद लग गए थे लेकिन समय बीतने के साथ अब नानाखेड़ा, तीन बत्ती, मोहन नगर, चिमनगंज मंडी चौराहे पर रोटरियां जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। किसी के गुंबद टूट गए हैं तो किसी के पत्थर वाहन की टक्कर से टूट गए हैं जो लंबे समय से इसी हालत में पड़ी हैं। कई जगह रोटरी के साथ डिवाइडर भी टूट चुके हैं। लंबे समय से इनकी मरम्मत नहीं होने से स्थिति बद से बदतर होती जा रही है।

वाहन का टकराना भी एक कारण

तीन बत्ती चौराहे पर इन दिनों टाटा कंपनी द्वारा सीवरेज प्रोजेक्ट के तहत काम किया जा रहा है। इसके चलते एक ओर से रास्ता बंद किया गया था जिससे वाहनों का दबाव बढ़ा और किसी अज्ञात वाहन की टक्कर रोटरी का गुंबद टूट गया। इसी तरह अन्य जगहों पर भी रोटरियां क्षतिग्रस्त हैं। कई जगह असामाजिक तत्वों द्वारा इन्हें नुकसान पहुंचाया है। यदि समय रहते इनका संधारण नहीं किया तो यह पूरी तरह खराब हो जाएंगी।

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