फोर टाइम ऑफ डे टैरिफ से चुकाना होगा बिल

By AV NEWS

हाई वैल्यू बिजली उपभोक्ताओं के लगेंगे फोर टीओडी मीटर

अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन:हाई वैल्यू उपभोक्ताओं को अब फोर टाइम ऑफ डे टैरिफ के हिसाब से बिजली बिल चुकाना होगा। इसके लिए विद्युत वितरण कंपनी द्वारा औद्योगिक और कार्पोरेट कार्यालयों में लगे थ्री टीओडी मीटर हटाकर फोर टीओडी मीटर लगाए जाएंगे।

अब औद्योगिक और गैर घरेलू बिजली उपभोक्ता के लिए दो तरह का टैरिफ तय किया गया है। इसके मुताबिक दिन के वक्त जहांसस्ती बिजली मिलेगी, वहीं रात के वक्त इसका उपयोग महंगा हो जाएगा। इसे फोर टाइम ऑफ डे (टीओडी) टैरिफ कहा जाता है। फोर टीओडी टैरिफ में 24 घंटों को अलग-अलग भागों में विभाजित किया गया है। इसके हिसाब से ही दिन और रात का बिल तैयार किया जाएगा।

औद्योगिक उपभोक्ता के लिए आठ-आठ घंटे के दो और तीन-तीन घंटे के दो भाग बनाए गए हैं। इसके मुताबिक दिन के वक्त जहां सस्ती बिजली मिलेगी, वहीं रात के वक्त इसका उपयोग महंगा हो जाएगा। शाम पांच बजे के बाद से मिलने वाली बिजली की दर ज्यादा होगी, अतिरिक्त सरचार्ज भी लिया जाएगा। खपत और लोड के अनुसार बिजली बिल तय किया जाएगा। इविद्युत वितरण कंपनी द्वारा फोर टीओडी मीटर लगाए जाएंगे।

यह है टैरिफ प्लान

टीओडी टैरिफ प्रणाली के तहत, सौर घंटों (राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा निर्दिष्ट एक दिन में आठ घंटे की अवधि) के दौरान बिजली का टैरिफ, सामान्य टैरिफ से 10 से 20 प्रतिशत कम होगा. जबकि, पीक घंटों के दौरान टैरिफ 10 से 20 प्रतिशत अधिक होगा।

क्यों है ऐसी व्यवस्था

केंद्र सरकार के उपभोक्ता अधिकार अधिनियम में टीओडी टैरिफ लागू करने का प्रावधान किया गया है। इसे राज्यों में भी लागू करना है। इसमें सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने की बात कही गई है। चूंकि दिन के समय सौर ऊर्जा भरपूर होती है, इसलिए इस टैरिफ के हिसाब से उपभोक्ताओं को दिन में अधिक बिजली उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

यह है तर्क

तर्क यह है कि दिन में सस्ती बिजली मिलने पर उपभोक्ता इंडस्ट्री और व्यावसायिक गतिविधियों को दिन में संचालित करें। जबकि, रात के वक्त बिजली की मांग पूरी करने के लिए कोयला आधारित ताप गृह से बिजली लेनी पड़ती है। कोयला की खपत अधिक होने से पर्यावरण को भी नुकसान होता है। सरकार ग्रीन एनर्जी को अधिक बढ़ावा देने के लिए भी इस योजना को लागू कर रही है।

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