जिला पंचायत चुनाव की रंजिश में महिदपुर में भाजपा के पूर्व विधायक को पीटा, प्रभारी मंत्री ने किया बचाव
अक्षरविश्व न्यूज|उज्जैन. जिला पंचायत चुनाव से चली आ रही रंजिश के कारण शुक्रवार को महिदपुर तहसील के नारायणा रोड पर भाजपा के पूर्व विधायक बहादुरसिंह चौहान और उनके समर्थकों को पीट दिया गया। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि बीच-बचाव के लिए प्रभारी मंत्री को आगे आना पड़ा। पूर्व विधायक के एक समर्थक की शिकायत पर 30 लोगों के खिलाफ नामजद प्रकरण दर्ज किया गया है। चौहान ने आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से घटना हुई है।
प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, सांसद अनिल फिरोजिया, भाजपा जिलाध्यक्ष बहादुरसिंह बोरमुंडला, घट्टिया विधानसभा के विधायक सतीश मालवीय शुक्रवार को महिदपुर में थे। इन्हें यहां कई कार्यक्रम में शामिल होना था। प्रभारी मंत्री का पहला कार्यक्रम नारायणा धाम में स्वास्थ्य केंद्र के उद्घाटन का था। इस कार्यक्रम को पूरा कर उनका काफिला खोरिया सुमरा ग्रिड की तरफ भूमिपूजन करने जा रहा था। प्रभारी मंत्री के स्वागत के लिए जगह-जगह मंच बनाए गए थे।
ऐसा ही एक मंच नारायणा रोड पर गौरिक दूध डेयरी के सामने संचालक सुभाष ठाकुर ने बनाया था। प्रभारी मंत्री हर मंच पर रुककर स्वागत करवा रहे थे। ठाकुर के मंच पर भी वह स्वागत के लिए जा रहे थे। उनके साथ बैठे पूर्व विधायक बहादुरसिंह चौहान ने इस मंच पर पहले जाने से इनकार किया लेकिन प्रभारी मंत्री के अनुरोध पर वह स्वागत के लिए चले गए।
स्वागत पूरा होने के बाद जैसे ही यह लोग नीचे उतरे भीड़ में शामिल लोगों ने चौहान पर हाथ छोड़ दिए। वायरल वीडियो में कुछ लोग चौहान को पीटते दिख रहे हैं। अचानक हुए घटनाक्रम से पहले तो प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल , सांसद और भाजपा जिलाध्यक्ष हतप्रभ रह गए। हालांकि इस बीच प्रभारी मंत्री ने बीच-बचाव की कोशिश की। करीब १ मिनट १४ सेकंड के वीडियो में कुछ युवक हाथ में डंडे लिए चौहान को धमकाते दिख रहे हैं।
आरोप: पूर्व विधायक को पीटा भाजपाइयों ने, प्रकरण दर्ज कराए कांग्रेसियों पर
पूर्व विधायक बहादुरसिंह चौहान के साथ मारपीट के मामले में कांग्रेसियों पर झूठा प्रकरण दर्ज करा दिया गया। कांग्रेस विधायक महेश परमार, उज्जैन शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी, नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने अपने ही कार्यकर्ताओं के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाने वाले पूर्व विधायक ने कांग्रेसियों के खिलाफ झूठा प्रकरण दर्ज कराया है। वीडियो में स्पष्ट है के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बहादुरसिंह चौहान के साथ मारपीट की। परमार ने कहा कि भाजपा के कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का क्या काम। प्रशासन से अनुरोध है कि वह तथ्यों की सूक्ष्मता से जांच करें और कार्रवाई करे।
जिला पंचायत चुनाव की रंजिश अभी भी जारी
दरअसल इस पूरे घटनाक्रम की शुरुआत जिला पंचायत के वार्ड चुनाव से हुई थी। तब प्रतापसिंह आर्य और श्यामसिंह ने तत्कालीन विधायक बहादुरसिंह चौहान के मुखालफत कर चुनाव जीता था। इतना ही नहीं प्रतापसिंह आर्य ने विधानसभा चुनाव भी निर्दलीय लड़ा और इस वजह से बहादुरसिंह चौहान को 2023 में विधायक पद खोना पड़ा। जिला पंचायत चुनाव से शुरू हुई यह रंजिश गैंगवार में बदल गई है। दोनों पक्ष एक दूसरे पर मौका मिलने पर केस दर्ज करा देते हैं। इसमें चौहान का पलड़ा भारी रहता है, क्योंकि उन्हें सत्ता का साथ मिलता है। इस वजह से दूसरे पक्ष को आर्थिक नुकसान भी होता है। इस चक्कर में दोनों पक्ष आए दिन भिड़ते रहते हैं। ताजा विवाद भी इसकी ही एक कड़ी है।
एफआईआर के मुताबिक जबरन मंच पर ले गए
एफआईआर में मानसिंह ने लिखाया है कि स्वागत के बहाने यह लोग मंच पर ले गए और फिर धक्कामुक्की और मारापीटी शुरू कर दी। इनके हाथ में लाठियां, धारिया और तलवारें थीं। इन लोगों ने कहा कि कभी प्रभारीमंत्री के साथ दिखे तो जान से खत्म कर देंगे। हमले में मानसिंह की आंख, नितेश विश्वकर्मा के हाथ और श्यामसिंह की पीठ में चोट लगी है।
30 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज
घटना के बाद चौहान के झुठावद में रहने वाले समर्थक मानसिंह ने ३० लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। इनके नाम सुभाष ठाकुर, श्यामसिंह, सुनील, शंभूसिंह, प्रतापसिंह, विजय, दिनेश, मनोहर, ओम आंजना, सोहनलाल, विकास, विष्णु मालवीय, लखन, नागू, सौदानसिंह, वीरेंद्रसिंह, जितेंद्रसिंह, गजराज, ईश्वरसिंह पिता बजेङ्क्षसह, कमलसिंह, ईश्वरङ्क्षसह पिता लालसिंह, भरत, रणछोड़, दिलीपसिंह पिता भेरूसिंह, प्रेमसिंह, दिलीपसिंह पिता तेजूसिंह, भगवानसिंह, दिलीपङ्क्षसह पिता गंगाराम, दरबारसिंह और सागरसिंह हैं।
घटना पर किसने क्या कहा
प्रभारी मंत्री का काफिला जबरन रोका गया और उन्हें मंच पर ले जाया गया। मैं मंच पर जाना नहीं चाहता था लेकिन प्रभारी मंत्री के अनुरोध पर चला गया। उतरने पर साजिश के तहत धक्कामुक्की की गई। इस मामले में एसडीएम और एसडीओपी पर कार्रवाई होनी चाहिए। -बहादुरङ्क्षसह चौहान, पूर्व विधायक महिदपुर
मारपीटी की घटना नहीं हुई। धक्कामुक्की की जानकारी लगी है। धक्कामुक्की करने वाले हमारे कार्यकर्ता नहीं थे। शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी। -बहादुरसिंह बोरमुंडला, जिलाध्यक्ष भाजपा
तानाशाह पूर्व विधायक निर्माणशिला पर मेरा नाम नहीं आने देना चाहता है। कार्यक्रम मेेरे जिला पंचायत क्षेत्र के गांव में था। मैं निमंत्रण पर कार्यक्रम में शामिल होने गया था। पूर्व विधायक पार्टी पदाधिकारी बताकर हर कार्यक्रम में शामिल हो जाते हैं। -श्यामसिंह, जिला पंचायत सदस्य, वार्ड 10