84 महादेव परिक्रमा

  • 72/84 महादेव:श्री चंद्रादित्येश्वर महादेव मंदिर

    ये पश्यिन्ति नरा भक्त्या चन्द्रादित्येश्वरं शिवम्। ते यान्ति सूर्यलोकं तु चन्द्रलोकं तथैव च।। (अर्थात्- जो भक्ति भाव के साथ चन्द्रादित्येश्वर…

  • 71/84 महादेव : श्री प्रयागेश्वर महादेव

    येपश्यन्ति चतुद्र्दष्यामष्टम्यां च विशेषत:। भक्त्या च नियमंकृत्वाप्रयागेश्वरसंज्ञकम्।। कलास्तिस्त्रो भविष्यन्ति लिंगेऽस्मिन्मोक्षदे शुभे। गंगा च यमुना प्राची सर्वपातकनाशिनी।। (अर्थात्- जो (मनुष्य) चतुर्दशी…

  • 70/84 महादेव : श्री दुद्र्धर्षेश्वर महादेव मंदिर

    दर्शनात्स्पर्शनात्सद्यो नामसङ्कीत्र्तनादपि। ब्रह्महत्यासहस्र हि तत्क्षणादेव नश्यति।। (अर्थात्- इस लिंग के दर्शन, स्पर्श, नाम संकीर्तन से तत्क्षण सहस्र ब्रह्महत्या भी निवृत्त…

  • 69/84 महादेव : श्री सङ्गमेश्वर महादेव मंदिर

    य: पश्चेत्परयाभक्तयातििल्लङ्गसङ्गमेश्वरम्। नवियोगोभवेत्तस्यपुत्रभ्रातृप्रियादिभि:।।५६।। (अर्थात- जो परम भक्ति युक्त होकर संगमेश्वर लिंग की पूजा करता है उसको कभी पुत्र, भाई, पत्नी…

  • 68/84 महादेव : श्री पिशाचेश्वर महादेव मंदिर

    गयायां पिण्डदानेनयत्पुण्यं समुदाहृतम्। तत्पुण्यमधिकंज्ञेयं पिशाचेश्वर दर्शनात्।।५२।। कीत्र्तनान्मुच्यते पापाद् दृष्ट्वा स्वर्गं च गच्छति। स्पर्शनादस्य लिङ्गस्य पुनात्यासप्तम् कुलम्।।५६।। (अर्थात्- गया में पिंडदान…

  • 67/84 महादेव : श्री केदारेश्वर महादेव मंदिर

    हिमद्रौहिमनाथस्ययात्राया: प्रव्यहंफलम्।। लभन्तेचनरानित्यंनात्र कार्याविचारणा।। (अर्थात्- हिमाद्रि स्थित हिमनाथ का दर्शन करने के लिए जाने पर जो फल मिलता है, मनुष्य…

  • 66/84 महादेव : श्री जल्पेश्वर महादेव मंदिर

    न संसारभयं तेषां दस्युतो नैव राजत:। न भूतग्रहरोगेŸयों भयमस्तु कदाचन।। शिवमस्तुसदा तेषां येषां त्वैदर्शनंगत:।। (अर्थात- जो यहां इस लिंग का…

  • 62/84 महादेव : श्री रूपेश्वर महादेव मंदिर

    सदा रूपकरं लिङ्गभुक्तिमुक्ति फलप्रदम् । ये पश्यन्ति वराराहे तेषांलोका: सदाऽक्षया:।। (अर्थात्- यह लिंग सदा रूप एवं भुक्ति-मुक्ति प्रदान का तो…

  • 65/84 महादेव : श्री ब्रह्मेश्वर महादेव मंदिर

    पञ्चपातक संयुक्तों यो मत्तर्यो दुष्टमानस:। सो:पि गच्छेच्छिवं स्थानं दृष्ट्वा बह्मेश्वर शिवम्।। (अर्थात- जो दुष्ट बुद्धि व्यक्ति पञ्चपातकयुक्त हैं, वह भी…

  • 64/84 महादेव : श्री पशुपतीश्वर महादेव मंदिर

    कौमारे यौवने बाल्ये बाद्र्धक्येयदुपार्जितम्। तत्पापविलयंयातिदृष्ट्वापशुपति शिवम्।। (अर्थात- पशुपति लिंग का दर्शन करने से कौमार, यौवन, बाल्य तथा वाद्र्धक्य में कृत…