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पानी उतरते ही रामघाट की सफाई, तर्पण शुरू, गयाकोठा में सुबह से लंबी कतार

उज्जैन। बारिश का पानी उतरते ही शिप्रा किनारे राम घाट पर सोमवार से तर्पण कार्य शुरू हो गया। रविवार को शिप्रा नदी में बारिश का पानी घाटों पर भरा था, जो धीरे-धीरे नीचे उतरने लगा। रविवार रात तक शिप्रा नदी में जलस्तर सामान्य हो गया था। सोमवार सुबह नगर निगम की टीम ने पानी उतरने के बाद घाटों पर जमा कीचड़ (गाद) को फायर फायटर से धोकर साफ किया। सुबह ८ बजे तक तो घाट साफ हो चुके थे और यहां पितरों का तर्पण प्रारंभ हो गया था। तर्पण के लिए गयाकोठा भी काफी लोग पहुंच रहे हैं। सोमवार सुबह यहां दर्शनार्थियों की लंबी कतार थी। पितरों के निमित्त यहां श्रीविष्णु चरण व सप्तऋषि का पूजन और दूध-जल अर्पित करने की परंपरा है।

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पितृपक्ष 15 दिन रहेंगे, 4 दिन सर्वार्थ सिद्धि-2 दिन अमृत सिद्धि और 2 दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग

रविवार से पितृ पक्ष शुरू हो चुका है और बाजारों में पिंडवान, श्राद्ध व दान पुण्य सामग्री की खरीदारी में तेजी आई है। पं. बीपी शुक्ला के अनुसार इस पितृ पक्ष में 4 दिन सर्वार्थ सिद्धि, 2 दिन अमृत सिद्धि और 2 दिन पुष्य नक्षत्र का संयोग रहेगा, जो खरीदारी के लिए अत्यंत शुभ हैं।

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श्राद्ध पक्ष में बाजार में उठाव भी हैं। खासकर पूजन में उपयोग आने वाले बर्तन और कपड़ों व पूजन सामग्री की बिक्री बढ़ी है। बर्तन पिंडदान और दान में तांबा-पीतल के बर्तन अधिक बिक रहे है। लोग थाली, लोटा, गिलास, कटोरी जैसे बर्तन पांच, सात या तेरह नग खरीद रहे हैं। कपड़ा बाजार में लाल-सफेद कपड़े जो कि पूजन में इस्तेमाल होते हैं उनकी बिक्री बढ़ी है।दान के लिए धोती-कुर्ता की मांग भी बढ़ी है। माना जा रहा है कि इस दौरान हर साल 25 हजार से अधिक धोती-कुर्ता खरीदे जाते हैं। पूजन के लिए सोने-चांदी की प्रतिमा, चांदी की नाव, सीढ़ी, गो प्रतिमा और पटा की बिक्री बढ़ी है। चांदी की नाव और सीढ़ी पितरों को वैतरणी पार और बैकुंठ धाम पहुंचाने के लिए दान की जाती हैं। रोली, तिल, तेल, बी, सुपारी और इलायची की मांग भी बढ़ी है।

कब-कौन से शुभ योग

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सर्वार्थ सिद्धि योग: 9 सितंबर को सूर्योदय से रात 8.53 तक, 11 सितंबर को सूर्योदय से शाम 5.47 तक, 13 सितंबर को दोपहर 2.27 से रात 1.05 तक, 15 सितंबर को सूर्योदय से सुबह 11.24 बजे तक

अमृत सिद्धि योग: 13 सितंबर को दोपहर 2.27 से रात 1.05 तक, 15 सितंबर को सूर्योदय से 11.24 दिन तक।

पुष्य नक्षत्र: 17 सितंबर को सुबह 9.15 से 18 सितंबर को सुबह 9.43 तक।

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