दुनिया की पहली वैदिक घड़ी 85 फीट ऊंचे टॉवर पर जल्द लगेगी
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन : ऐतिहासिक जीवाजी वेधशाला के पास 85 फीट ऊंचे टॉवर पर दुनिया की पहली वैदिक घड़ी जल्द देखने को मिल सकती है। टॉवर का काम पूरा हो चुका है और फिनिशिंग वर्क चल रहा है। जल्द ही वैदिक घड़ी से लोग यहां समय जान सकेंगे। यह प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का ड्रीम प्रोजेक्ट है।
जीवाजी वेधशाला के पास टॉवर का काम लगभग पूरा हो चुका है। महापौर मुकेश टटवाल और निगम अधिकारियों द्वारा टॉवर सहित निर्माण कार्यों का गुरुवार को निरीक्षण किया जा सकता है। निगम के उपयंत्री मुकुल मेश्राम ने बताया जल्द ही वैदिक घड़ी लगाने का काम कर दिया जाएगा।
30 मुहूर्त के साथ समय बताने वाली विश्व की पहली वैदिक घड़ी की स्थापना कराने की बुनियाद 6 नवंबर 2022 को प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री रहते डॉ. मोहन यादव ने भूमि पूजन कर डाली थी। अब वे प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए हैं। इस कारण निगम प्रशासन भी उनके ड्रीम प्रोजेक्ट को पूरा करने जुट गया है। हालांकि गुड़ी पड़वा (22 मार्च 2023) पर ही वैदिक घड़ी की स्थापना करने की तैयारी थी, लेकिन कई अड़चनों के कारण स्थापना नहीं हो सकी।
डिजिटल नहीं, वैदिक घड़ी ही लगेगी…
वैदिक घड़ी लगाने का प्रोजेक्ट कुछ समय पहले विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण फाइलों में बंद कर दिया गया था। अब इसे दोबारा खोल लिया गया है। वैदिक की जगह डिजिटल घड़ी लगाने का भी प्रस्ताव था, लेकिन अब वैदिक घड़ी ही लगाई जाएगी।
ऐसी होगी वैदिक घड़ी
आरोह श्रीवास्तव ने वैदिक घड़ी का एप तैयार किया है। घड़ी की खूबी यह है कि लोग इसके बैकग्राउंड में हर घंटे नई तस्वीर भी देख सकेंगे। द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र दिखाई देंगे तो देश-दुनिया के खूबसूरत सूर्यास्त, सूर्य ग्रहण के नजारे भी दिखाई देंगे।
एप डाउनलोड कर स्मार्ट वाच और मोबाइल में भी घड़ी के साथ इन नजारों को देखा जा सकेगा। तस्वीरों के लिए नेशनल एयरोनाटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन यानी नासा से भी मदद ली गई है। वैदिक घड़ी के एप्लीकेशन में विक्रम पंचांग भी समाहित रहेगा, जो सूर्योदय से सूर्यास्त की जानकारी के साथ ग्रह, योग, भद्रा, चंद्र स्थिति, नक्षत्र, चौघडिय़ा, सूर्यग्रहण, चंद्रग्रहण की विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराएगा।