पानी के मुद्दे पर तेज बारिश में धरना दिया कांग्रेसियों ने, शहर की समस्याएं भी गिनाईं

करोड़ों खर्च करने के बाद भी नर्मदा का पानी नहीं मिला लोगों को

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अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। शहर की समस्याओं को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सडक़ पर उतर कर अपनी उपस्थिति का अहसास कराया और धरना देकर लोगों को बताया कि शहर किन समस्याओं से जूझ रहा है। बरसते पानी में पानी को प्रमुख मुद्दा बनाकर गोपाल मंदिर चौक पर दिए गए धरने के माध्यम से कांग्रेस नेता लोगों को बताते रहे कि आने वाले समय में पीने के पानी की और किल्लत होना है। नगर निगम ने संपत्ति कर बढ़ा कर लोगों का बजट बिगाड़ दिया है। बिजली का कोई भरोसा नहीं कब गुल हो जाए। सडक़ों की हालत खराब होती जा रही है।स्मार्ट मीटर तेज चल रहे हैं, बिजली विभाग के अधिकारी सुनने को तैयार नहीं हैं। हर वक्ता ने अपने भाषण में इन्हीं मुद्दों को उठाया।

शहर अध्यक्ष मुकेश भाटी के नेतृत्व में दिए गए धरने को संबोधित करते हुए नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि नगर निगम में अब काम करने की परंपरा लगभग खत्म हो गई है। फाइलें आगे नहीं बढ़ती। चार साल में दो किलो मीटर पाइप लाइन नहीं डाल पाया नगर निगम तो अब जनता इससे क्या उम्मीद करे। करोड़ों रुपए खर्च कर नर्मदा का पानी लाने का दावा किया गया लेकिन यह शहर आज भी पानी को लेकर तरस रहा है। बारिश हो नहीं रही है। जब तक यशवंत सागर ओवरफ्लो नहीं होगा तब तक गंभीर में पानी नहीं आएगा। चिंतामन ब्रिज से कार्तिक मेला तक पाइप लाइन डालना है। नगर निगम निगम के अधिकारियों से यह नहीं हो सका।

सिंहस्थ में क्या होगा भगवान जाने

मुकेश भाटी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अधिकारियों से काम नहीं बन रहा है। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि क्या करें। शुरुआत कहां से करें। सडक़ चौड़ीकरण के नाम पर लोगों को परेशान किया गया। जब लोगों ने अपने मन से मकान के अगले हिस्से को तोड़ दिया तब मलबा क्यों नहीं उठाया गया। नाली क्यों नहीं बनाई गई। अब तक कोयला फाटक से तेलीवाड़ा तक का काम पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन नहीं हुआ। आज यह हालत है तो सिंहस्थ में ये अधिकारी क्या करेंगे।

सडक़ें खुदी हैं कीचड़ फैल रहा है

पार्षद छोटेलाल मंडलोई ने कहा कि सडक़ों के हाल बेहाल हैं। महीनों हो गए बनते हुए आज तक नहीं बनी। टाटा का प्रोजेक्ट धीमी गति से चल रहा है लोग परेशान हो रहे हैं। अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। गर्मी में हवा चलने पर यही मिट्टी लोगों की आंखों को घायल कर रही थी। बारिश होने पर यही मिट्टी लोगों के हाथ-पैर तोड़ रही है। बाइक वाले कीचड़ के कारण फिसल रहे हैं। अस्पताल में घायलों की संख्या बढ़ती जा रही है। अधिकारी चुप हैं।

यातायात की समस्या से जूझ रहा है शहर

जिलाध्यक्ष कमल पटेल, अजय राठौर, आनंद मीणा, कृष्णा यादव ने कहा कि यातायात पुलिस शहर की यातायात व्यवस्था संभालने में असफल साबित हुई है। यहां पदस्थ अधिकारियों और कर्मचारियों से व्यवस्था नहीं संभल रही है। यातायात पुलिस पहले नगर आती थी, वाहनों को निकलवाती थी। अब घंटों जाम लगा रहे कोई पुलिस वाला नजर नहीं आता। क्या यही पुलिस सिंहस्थ संभाल पाएगी? सिंहस्थ में इस बार पहले की तुलना में ज्यादा लोग आएंगे। यह अधिकारी और कर्मचारी व्यवस्था कैसे संभालेंगे, यह चिंता का विषय है। धरने को मुजीब लाला, असलम भाई, आजम लाला, वसीम बंटी, सुनील जैन, अभिषेक लाला ने भी संबोधित किया।

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