महाकाल लोक में बनी दो करोड़ रुपए की पार्किंग तोडऩे के लिए नहीं मिल रहा ठेकेदार

स्मार्ट सिटी प्रशासन ने तीसरी बार लगाया टेंडर

रोप-वे स्टेशन बनाने के लिए तोडऩा पड़ रही है पार्किंग

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल लोक में दो करोड़ रुपए खर्च कर बनाई गई पार्किंग को दो साल बाद ही तोडऩा पड़ रहा है, लेकिन इससे भी आश्चर्य की बात यह है कि इसे तोडऩे के लिए स्मार्ट सिटी को ठेकेदार नहीं मिल रहा। दो बार टेंडर लगाने के बाद भी कोई ठेकेदार आगे नहीं आया तो तीसरी बार फिर टेंडर काल करना पड़ा।

दरअसल, उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल महालोक तक रोप वे का एक स्टेशन बनाने के लिए स्मार्ट सिटी द्वारा बनाई गई पार्किंग के शेड हटाए जाएंगे। इस जगह रोप वे का स्टेशन बनाया जाएगा। स्मार्ट सिटी ने इसे तोडऩे के लिए दो बार टेंडर लगाए लेकिन कोई टेंडर नहीं आया। अब तीसरी बार फिर टेंडर लगाया है जो 20 जून तक खुलने की संभावना है। टेंडर डालने की आखिरी तारीख अब 18 जून तय की गई है। स्मार्ट सिटी ने इसके लिए 45 लाख रुपए की अनुमानित राशि तय की है। पार्किंग हटने के बाद ही इस जगह रोप वे का स्टेशन बनना शुरू हो सकता है।

एक टॉवर की जगह बदलने से बनाना पड़ रही नई डिजाइन
रोप वे के लिए त्रिवेणी संग्रहालय के पास बनी मल्टीलेवल पार्किंग की जगह बदलना अब नामुमकिन है। रोप वे बना रहे अधिकारियों के अनुसार हरिफाटक ओवरब्रिज चौड़ीकरण की योजना के कारण रोप वे के टॉवर नंबर 5 की जगह बदली गई है। इस कारण ऑस्ट्रिया की कंपनी से नए सिरे से डिजाइन तैयार कराई जा रही। इसके बनने में जून माह पूरा खप सकता है। ऐसे में स्टेशन की जगह बदलने का कोई विकल्प नहीं बचा है। पहले जहां टॉवर तय किया था, वहां अब ओवरब्रिज की सर्विस रोड बनाने की योजना बनी है।

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