हर साल सितंबर महीने के आखिरी रविवार को डॉटर्स डे यानी बेटी दिवस मनाया जाता है। इस बार यह दिन 27 सितंबर को पड़ रहा है। इस दिन परिवार और समाज में बेटियों को सम्मानित किया जाता है। उनकी उपलब्धियों और महत्व का बखान किया जाता है। एक बार फिर यह अहसास करवाया जाता है कि वे बेटों से कम नहीं हैं। जिन परिवारों में बेटियां हैं, वे उन्हें उपहार देते हैं। उनके साथ जश्न मनाते हैं।
Happy Daughters Day 2020
भारत के लिहाज से बेटी दिवस का अलग महत्व है। आज भले ही हमारे समाज में बेटियों को बराबरी का दर्जा हासिल है, लेकिन एक वक्त था जब बेटियां को बोझ समझा जाता था। बचपन में ही उनके हाथ पीले कर दूसरे घर भेज दिया जाता था। उनकी भूमिका सिर्फ रसोई घर तक सीमित थी। आज भी कई परिवारों में ऐसा ही है, लेकिन एक बड़े तबके की सोच बदल चुकी है। इसलिए बेटी दिवस का बड़ा महत्व है।
बेटिया घर की लक्ष्मी होती हैं आँगन की रौनक होती है जिनसे घर मे खुशियाँ आती है जो पापा की जान और परिवार की इज्जत होती है ,
जो हमेशा घर की खुशियों का ध्यान रखती है और माता पिता से कभी अलग नहीं होती है ,बेटियों को इतना बढ़ाओ इतना पढ़ाओ की उन्हें कभी किसी भी परिस्थितियों का सामना आसानी से करना आ सके !
जो लोग अब भी बेटी को बेटों से कम आंकते हैं यह दिन उन्हें यह अहसास दिलाने का मौका है कि बेटी लक्ष्मी है। बेटी हर वो काम कर सकती है जो बेटा कर सकता है। बेटी पढ़ेगी लिखेगी और तरक्की करेगी तो बेटों से ज्यादा काम आएगी। एक बार बेटा मां बाप को छोड़ सकता है, लेकिन बेटी नहीं। इसलिए कहा जाता है कि बेटी को भी पैरों पर खड़ा करें, उसे उड़ान भरने का पूरा मौका दें।
बेटी को प्यार करें, उसे अहसास दिलाएं कि परिवार में वह सबसे खास है। उसकी मौजूदगी से रौनक है।
बेटी को बाहर ले जाएं, सैर सपाटा करवाएं, हर वो काम करें और करने दें, जो उसे पसंद है।
दूसरों को भी अपनी बेटी का सम्मान करने के लिए प्रेरित करें।