रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोपवे निर्माण की कवायद

By AV News 1

रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक रोपवे निर्माण की कवायद, सिंहस्थ तक बनाने का लक्ष्य

0.0311 हेक्टर निजी जमीन की आवश्कता,अधिग्रहण अधिसूचना जारी

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक 1.7 किलोमीटर लम्बे प्रस्तावित रोपवे प्रोजेक्ट में निजी जमीन की आवश्यकता है। इसके लिए राजस्व विभाग कलेक्टर कार्यालय द्वारा 0.0311 हेक्टर (अनुमानित ३३ सौ वर्ग फीट) जमीन के लिए अधिसूचना जारी कर दी गई है।

कलेक्टर उज्जैन की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि संभागीय प्रबंधक, म.प्र. सडक़ विकास निगम, उज्जैन द्वारा सार्वजनिक प्रयोजन के लिए उज्जैन रेल्वे स्टेशन से महाकालेश्वर मंदिर तक रोपवे का निर्माण किया जा रहा है। योजना अंतर्गत निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाना प्रस्तावित है। प्रस्तावित सर्वे क्रमांक 2405/2, 2405/3, 2405/4 एवं 2405/5 में से रकबा 0.0311 जमीन को अधिग्रहण किया जाना है। भू-अर्जन अधिनियम 2013 की धारा 4, 5 के अंतर्गत सामाजिक सामाघात की प्रारंभिक प्रक्रिया नवीन भू-अर्जन के प्रकरणों में करने संबंधी कार्य पर भू-अर्जन अधिनियम की धारा 9 के अंतर्गत जमीन का अधिग्रहण की कार्रवाई होगी।

इनकी जमीन और परिसंपत्ति

प्रस्तावित रोपवे निर्माण के लिए अधिग्रहण की जाने वाली भूमि का कुल क्षेत्रफल हेक्टर में 0.0311 हेक्टर एवं निर्मित परिसंपत्ति हैे। अधिसूचना के अनुसार इसमें उषा पति ओम प्रकाश की 0.005 हेक्टर, अमित पिता ओमप्रकाश की 0.052 हेक्टर,विनय पिता ओमप्रकाश की 0.045 हेक्टर और कपिल पिता ओमप्रकाश की 0.052 हेक्टर जमीन है। इसके अलावा आबेदाबी पति सलीम, पिंकी पति राजू भदौरिया, फेमिदाबी पति हबीब खान, अख्तर बी, शाकिरशेख पिता एहमदनूर, सेराजबी पति मो. सलीम, अनवरखान पिता हाजी नासीर की परिसम्पत्ति है।

प्रोजेक्ट पर एक नजर

153.72 करोड़ रु. की लागत वाले रोपवे को नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड बनवाएगी।

रोपवे प्रोजेक्ट की प्रस्तावित लंबाई 1.7 किलोमीटर है।

रोपवे में तीन स्टेशन बनाए जाएंगे, इसके लिए 13 टॉवर भी बनेंगे।

रोपवे श्रद्धालुओं को सिर्फ 7 मिनट में स्टेशन से महाकाल मंदिर तक पहुंचा देगा। अभी सडक़ मार्ग से मंदिर तक पहुंचने में करीब 30 मिनट लग जाते हैं। इस प्रकार रोपवे से समय की बचत होगी। श्रद्धालुओं को महाकाल परिसर पहुंचने में आसानी भी होगी।

केंद्रीय बजट में रोपवे के लिए राशि का प्रावधान भी कर दिया है।

रोपवे के लिए नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट कंपनी और मध्यप्रदेश सडक़ विकास निगम के बीच समझौता हो चुका है। पर्वतमाला प्रोजेक्ट के अंतर्गत हुए इस महत्वपूर्ण समझौते से उज्जैन में भक्तों को बड़ी सहूलियत हो जाएगी।

रोपवे मोनो केबल डिटेचेबल गोंडोला टेक्नीक से बनाया जाएगा।

रोपवे निर्माण का लक्ष्य सिंहस्थ-2028 के पहले रखा गया है। सडक़ विकास निगम के अधिकारियों का कहना है कि टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, कंपनी को 24 माह में रोप वे बनाना होगा। कंपनी ही संचालन, रखरखाव भी करेगी।

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