हर परिवार का एक फ़ैमिली डॉक्टर और हेल्थ डायरी हो

बदलते दौर में अब हर परिवार को एक फैमिली डॉक्टर और हेल्थ डायरी की जरूरत है। यह कहना है हृदय रोग विशेषज्ञ एवं सीनियर प्रोफेसर डॉ विजय गर्ग का। गर्ग ने बताया कि मौजूदा समय में उपचार के लिए स्पेशलिस्ट का जमाना आ गया है। बीमारी और उसकी जांचों से इलाज का खर्चा बढ़ रहा है , स्पेशलिस्ट आम तौर पर इलाज से पहले जांचों पर फोकस करते हैं और मरीज की परेशानी शांति से सुनने से परहेज करते हैं।

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आपकी कितनी जांचें जरूरी हंै कौनसा इलाज होना चाहिए, पुरानी बीमारी कौनसी थी, यह हिसाब फ़ैमिली डॉक्टर को होता है।
ब्रिटेन में तो हर पारिवारिक चिकित्सक के पास 500 फ़ैमिली का लेखा-जोखा रहता है। बीमार होने पर सबसे पहले पारिवारिक चिकित्सक से संपर्क करना होता है । वह परीक्षण के बाद स्पेशलिस्ट की अनुशंसा करते हैं। भारत में फिलहाल ऐसा सिस्टम नहीं है। फैमिली डॉक्टर को मालूम रहता है कि आपकी समस्या का निदान कौनसा डॉक्टर कर सकता है, क्योंकि वह आपसे सीधे जुड़ा होता है। डॉ. विजय गर्ग कहते है कि अगर आप महानगरों में बड़े डॉक्टर के पास इलाज कराने जा हैं तो उस विशेषज्ञ का दायरा उसकी बीमारी को लेकर होता है ना की पूरे शरीर का। इस समय पारिवारिक चिकित्सक का रोल विशेषज्ञ को बताने को अहम है।

वर्तमान समय मैं जिस प्रकार स्पेशलिस्ट के मिलने का समय मुश्किल है और घंटों का इंतजार है, ऐसे में पारिवारिक चिकित्सक होना आवश्यक है।

पारिवारिक चिकित्सक की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि आप किसी भी समय अकेले भी एवं इमरजेंसी के समय उनसे संपर्क कर सकते हैं। वह आपके लिए सबसे उपयोगी चिकित्सक होते हैं क्योंकि गंभीर हालत में मरीज का परिवार घबराहट में रहता है और पारिवारिक चिकित्सक ऐसे समय में उनके लिए वरदान साबित होता है।

डायरी में हो लेखा-जोखा
डॉ. विजय गर्ग कहते हैं कि प्रत्येक परिवार को एक कॉपी या डायरी जरूर रखनी चाहिए। जिसमें परिवार के सभी सदस्य के स्वास्थ्य का लेखा-जोखा होना चाहिए। डॉक्टर का पर्चा अमूनन इधर-उधर हो जाता है और कई मर्तबा समय पर नहीं मिलता। डायरी के अंदर आपको पहले कौनसी बीमारी हुई, कौनसी दवा से आराम हुआ, कौनसी दवा से साइड इफ़ेक्ट या रिएक्शन हुआ, आपके परिवार में कौन-कौन सी बीमारियां है, इन सबका उल्लेख डायरी में रखें।

इस डायरी की मदद से बीमारी का खर्च काफी हद तक कम कर सकते हैं। डायरी में पिछले समय कौन सी बीमारी में कौन से चिकित्सक की सलाह से ठीक हुई इसका भी उलेख होना चाहिए। पारिवारिक चिकित्सक होने का यह भी फायदा मिलता है कि फॉलोअप में आपको क्या खाना है, क्या सावधानी रखनी है, उसकी जानकारी मिल जाती है। वर्तमान में कम खर्च, कम जांचें, कम दवाई और सटीक इलाज के लिए फैमिली डॉक्टर और डायरी ही सही निदान है।

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