दोस्तों ने बांस से गिराया, रास्ते में मरा तो खेत में लाश फेंककर भाग गए
उज्जैन। माकड़ौन थाना क्षेत्र में रहने वाले युवक ने विद्युत डीपी से ऑइल चोरी की गैंग बनाई। गैंग ने पहले दो स्थानों से मोटर साइकिल चोरी की फिर रात के अंधेरे में निकले ऑइल चोरी करने। गैंग लीडर स्वयं डीपी पर चढ़ा, लेकिन करंट की चपेट में आ गया। दोस्तों ने उसे बांस से नीचे गिराया। बाइक से अस्पताल ले जाने लगे। रास्ते में उसकी मौत हो गई तो खेत में लाश फेंककर भाग गए। तराना थाना पुलिस ने लावारिस शव बरामद कर मृतक की पहचान करने के बाद तीनों दोस्तों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
यह था मामला
15 मार्च को तराना थाना क्षेत्र के ग्राम गावड़ी के जंगल में स्थित मोहनलाल के खेत पर अज्ञात युवक की लाश पड़ी होने की सूचना कोटवार ईश्वर गुर्जर ने पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव बरामद किया और पीएम के लिए अस्पताल पहुंचाया। मृतक के कपड़ों से मिले आधार कार्ड से उसकी पहचान हरूखेड़ी माकड़ोन निवासी 25 वर्षीय धर्मेन्द्र पिता रूगनाथ के रूप में हुई। शार्ट पीएम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि धर्मेन्द्र की मृत्यु करंट लगने के कारण हुई थी। पुलिस ने मामले में परिजन के बयान दर्ज किए और करंट लगने के कारणों की जांच शुरू की थी।
लास्ट लोकेशन से खुले राज
एसआई अलबिनुस खाखा ने बताया कि धर्मेन्द्र सिंह के परिचितों से पूछताछ की गई जिसमें यह बात सामने आई कि वह आपराधिक प्रवृत्ति का था और आखिरी बार उसके दोस्त हरूखेड़ी निवासी अर्जुन पिता तेजूलाल, कडोदिया निवासी माखन पिता शिवनारायण बागरी, भगतपुर निवासी दिनेश पिता ईश्वर सिंह गुर्जर के साथ देखा गया था। उसकी लास्ट लोकेशन मिलने के बाद पुलिस ने तीनों दोस्तों की तलाश शुरू की लेकिन वह अपने घरों पर नहीं मिले। यहीं से पुलिस को शंका हुई और तीनों की तलाश शुरू की।
पुलिस गिरफ्त में आते ही सुनाई कहानी
पिछले दिनों पुलिस को सूचना मिली कि अर्जुन, माखन और दिनेश ग्राम खाकरी सुल्तान के कचनारिया जोड़ पर हैं और कहीं भागने की फिराक में खड़े हैं। पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उक्त स्थान से तीनों को गिरफ्तार किया और थाने लाकर पूछताछ शुरू की। तीनों ने पुलिस को बताया कि धर्मेन्द्र के साथ मिलकर चोरी की वारदातें करते थे। उन्होंने पहले मक्सी के बाजार के पास से एक बाइक चोरी की और उसके बाद तराना में शिवश्री टॉकीज के सामने से एक बाइक चुराई। 13 अप्रैल की रात करीब 12 बजे चोरी की बाइक पर चारों दोस्त ग्राम बिछड़ौद में अमरपुरा के रास्ते पर डीपी से ऑइल चोरी करने पहुंचे थे।
फंसने के डर से फेंक दिया खेत में शव- धर्मेन्द्र की रास्ते में मौत होने पर तीनों दोस्त घबरा गए। उसे अस्पताल न ले जाते हुए उसके शव को चांद कांकरिया एवं गावड़ी के बीच खेत में पटक दिया और अपने-अपने घर चले गए। तीनों युवकों ने कबूला कि अगर धर्मेन्द्र की लाश को अस्पताल ले जाते तो पुलिस केस बनता जिसमें वह फंस सकते थे। इसी कारण लाश को खेत में फेंका था।
दोस्तों ने सप्लाय बंद किया था
पुलिस गिरफ्त में आए तीनों दोस्तों ने पुलिस को बताया कि डीपी से ऑइल चोरी करना था। इसके पहले तीनों दोस्तों ने मिलकर डीपी के इलेक्ट्रिक सप्लाय वायर डीओ काटे उसके बाद धर्मेन्द्र को डीपी से ऑइल चोरी करने चढ़ाया। धर्मेन्द्र ऑइल डीपी के नट खोलकर ऑइल निकालने का प्रयास करने लगा तभी उसे करंट लग गया। डीपी फाल्ट हुई तो दोस्तों ने बांस के डंडे से धर्मेन्द्र को नीचे गिराया। उसे घटना स्थल से उठाकर बाइक से तराना तरफ ले जाने लगे लेकिन कालीसिंध नदी के पास उसकी मौत हो गई।