वाराणसी से आई NDRF की टीम
घटनास्थल पर अब भी धधक रही आग, मलबा हटाने में आ रही दिक्कत
हरदा। मध्य प्रदेश के हरदा जिला मुख्यालय से तीन किलोमीटर दूर बैरागढ़ गांव स्थित पटाखा फैक्ट्री में मंगलवार सुबह विस्फोट के बाद भीषण आग लग गई। करीब पौन घंटे तक रह-रह कर धमाके होते रहे। धमाके इतने जोरदार थे कि वहां मौजूद लोहे के उपकरण और कंक्रीट करीब दो सौ मीटर की परिधि में उछले।
इससे भी तमाम लोग घायल हो गए। इस हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है। जबकि 172 लोग घायल हुए हैं।हादसे में फैक्ट्री के आसपास बने 60 घर जल गए। एहतियातन 100 से ज्यादा इमारतों को खाली करा लिया गया। हरदा एसडीएम केसी परते का कहना है कि फैक्ट्री अनफिट थी।
फैक्ट्री मालिक राजेश अग्रवाल, सोमेश अग्रवाल और रफीक खान को रात करीब 9 बजे राजगढ़ जिले के सारंगपुर से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इनके खिलाफ हरदा सिविल लाइन थाने में केस दर्ज किया गया है।
पटाखा फैक्ट्री के आसपास चारों तरफ तबाही मची है। घटना के अगले दिन सुबह भी जो वीडियो-फोटो सामने आए, वह रोंगटे खड़े कर देने वाले हैं। टीन शेड से उछली लोहे की चद्दरें और पाइप सड़क किनारे बिखरे पड़े हैं। फैक्ट्री की साइट पर पूरी तरह क्षतिग्रस्त पिकअप वाहन भी नजर आया, जिसमें बारूद भरा होना बताया जा रहा था। फैक्ट्री से सटा एक गेहूं का खेत था, जो मलबे के ढेर में तब्दील हो गया। इसमें उगी फसल पूरी तरह तबाह हो गई।
पटाखा फैक्ट्री की साइट पर वाराणसी स्थित हेडक्वार्टर से एनडीआरएफ का 35 सदस्यीय टीम बुधवार सुबह पहुंची। फैक्ट्री में जहां तलघर में बारूद और कर्मचारी मौजूद थे, वहां मलबा हटाने का काम किया जा रहा है। साइट पर बचाव कर्मियों के साथ पोकलेन मशीनों के अलावा एंबुलेंस भी मौजूद हैं, ताकि अगर कोई मलबे में दबा व्यक्ति मिले, तो उसे तुरंत अस्पताल भिजवाया जा सके।