माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा
अक्षरविश्व न्यूज. उज्जैन माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा इस बार बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सख्त नियम बनाए हैं। इस बार मंडल मुख्यालय में कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां से सभी जिलों की आनलाइन मानीटरिंग की जा रही है। बड़े स्क्रीन पर सभी जिलों के परीक्षा संचालन की व्यवस्था ऑनलाइन चल रही है। इस पर मंडल सचिव भी निगरानी कर रहे हैं।
सभी जिले के लिए एक-एक अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो पूरी परीक्ष व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। कंट्रोल रूम की पूरी टीम सुबह छह बजे से दोपहर दो बजे तक तैनात रहती है। कलेक्टर प्रतिनिधि के सुबह छह बजे प्रश्न-पत्र बॉक्स निकालने की प्रक्रिया से लेकर परीक्षा केंद्र पर पहुंचाना और परीक्षा समाप्त होने और उत्तर पुस्तिकाएं समन्वयक केंद्र पर पहुंचाने की ऑनलाइन निगरानी की जा रही है। इससे कलेक्टर प्रतिनिधि की उपस्थिति की भी जानकारी मिल रही है।
10वीं के पहले पेपर में कोई गड़बड़ी नहीं
माध्यमिक शिक्षा मंडल सचिव केडी त्रिपाठी का कहना है कि 10वीं का पहला पेपर समाप्त हुआ। अभी तक परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर कहीं से कोई सूचना नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि इंटरनेट मीडिया के टेलीग्राम व व्हाट्सएप आदि प्लेटफार्म पर पेपर लीक करने संबंधी जानकारी फैली थी, लेकिन प्रश्न-पत्र फर्जी निकला। परीक्षा के दौरान अवैधानिक गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए साइबर सेल द्वारा वैधानिक कार्यवाही की जा रही है। इसके लिए साइबर सेल और विभाग की बैठकें नियमित रूप से हो रही हैं।
केवल कलेक्टर प्रतिनिधि के पास मोबाइल
तय प्रक्रियाओं के अनुसार परीक्षाओं के संचालन के लिए तैनात अमले द्वारा मोबाइल का प्रयोग परीक्षा केंद्र में नहीं किया जाएगा। केवल कलेक्टर प्रतिनिधि के पास मोबाइल इसलिए है कि कोई भी जानकारी तुरंत मंडल मुख्यालय तक पहुंच सके। प्रश्न-पत्र का पैकेट परीक्षा केंद्र में ही खोला जा रहा है। परीक्षा कार्य से जुड़े अमले को विशेष निर्देश जारी किए गए हैं। माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बनाए गए परीक्षा कंट्रोल रूम में इस वर्ष लोक शिक्षण संचालनालय के अधिकारी भी उपस्थित हैं।
संचालनालय में भी एक मॉनिटरिंग रूम बनाया गया है। प्रश्न-पत्र की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इस वर्ष सभी परीक्षा केंद्रों के लिए कलेक्टर द्वारा एक-एक प्रतिनिधि की नियुक्ति की गई है, जो प्रश्न-पत्र को थाने से परीक्षा केंद्र एवं परीक्षा कक्षों तक सुरक्षित रूप से पहुंचाने की कार्यवाही में शामिल हैं। इस पूरी कार्यवाही को एप के माध्यम से भी मॉनिटर किया जा रहा है।