सूने-सूने नजर आए काउंटर, कर्मचारी भी बैठे रहे
अक्षरविश्व न्यूज:उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक श्री महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों शिव नवरात्रि का उत्साह छाया हुआ। जिसके चलते बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी जबर्दस्त बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इसमें गुजरात, महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक के दर्शनार्थियों की संख्या अधिक है।
भीड़ बढऩे से शनिवार को मानसरोवर गेट से प्रवेश करने वाले श्रद्धालु मोबाइल अंदर लेकर जाते रहे, पहले उन्हें वहां बने काउंटर पर मोबाइल जमा करना होता था। काउंटर पर मौजूद कर्मचारियों का कहना था कि सामान्य श्रद्धालुओं को मोबाइल अंदर ले जाने की अनुमति दी गई है। हालांकि, देखा जाए तो मोबाइल जमा करवाने का यह नियम केवल सामान्य दर्शनार्थियों पर लागू होता है, प्रोटोकॉल और शीघ्र दर्शन की रसीद लेकर आने वाले श्रद्धालुओं से मोबाइल जमा नहीं करवाए जाते।
कर्मचारी बैठे रहे खाली हाथ
भीड़ बढऩे के कारण सामान्य दर्शनार्थियों को भी मोबाइल ले जाने की रियायत देने के बाद आमतौर पर श्रद्धालुओं से भरे रहने काउंटर खाली-खाली नजर आए। वहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी भी बैठे रहे।
अंदर श्रद्धालु खींचते रहे फोटो
मंदिर के अंदर वीडियो बनाना और फोटो खींचना प्रतिबंधित है, इसके लिए मंदिर समिति में जगह जगह बोर्ड भी लगाए हैं। हालांकि, समिति के ढुलमुल रवैये के चलते इसका सख्ती से पालन नहीं हो रहा। मंदिर आने वाले दर्शनार्थी परिसर में ना सिर्फ वीडियो बना रहे हैं, बल्कि जहां बोर्ड लगे हैं उसी के सामने फोटो लेकर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
भीड़ बढऩे के कारण इतने मोबाइल जमा नहीं किए जा सकते इसलिए दर्शनार्थी मोबाइल अपने साथ लेकर जा रहे हैं। काउंटर बंद नहीं है जो श्रद्धालु मोबाइल जमा करना चाहें वह काउंटर पर जमा कर सकता है। मंदिर के अंदर वीडियो और फोटोग्राफी प्रतिबंधित है जिसे लेकर दर्शनार्थियों को कर्मचारी द्वारा जानकारी दी जा रही है।-मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासक, श्री महाकालेश्वर मंदिर
इधर, हरिफाटक ब्रिज पर लंबा जाम लगा
हरिफाटक ब्रिज पर शंख द्वार की ओर जाने वाले मार्ग पर जबर्दस्त भीड़ होने के चलते वाहनों का लंबा जाम लग गया। ची-ची, पों-पों की कर्कश ध्वनि के बीच वाहन काफी देर फंसे रहे। धीरे-धीरे वाहनों की संख्या बढऩे लगी जिसके बाद वहां पहुंचे ट्रैफिक जवानों ने वाहनों को एक-एक कर निकलवाया और जाम खुलवाया। इस दौरान उन्हें भी काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा।