गर्मियों में हो गई है गले में खराश,तो ये टिप्स करेंगे आपकी मदद

By AV News
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मौसम में बदलाव के साथ खांसी, बुखार, पेट दर्द और गले में खराश जैसी दिक्कतें हो सकती हैं. लेकिन बदलते मौसम में सबसे ज्यादा दिक्कत गले में इंफेक्शन की होती है. बच्चों से लेकर बड़े तक इन प्रॉब्लम्स का शिकार हो सकते हैं. ऐसे में अपने गले का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. हालांकि, ऐसी समस्याओं का लोग घर से ही इलाज कर लेते हैं.

एक्सपर्ट कहते हैं कि गर्मी के सीजन में गले में टॉन्सिल्स जैसे दिक्कते हो सकती हैं, जिससे पानी पीने या निगलने में दिक्कत होती है. अगर आपको भी गले के इन्फेक्शन ने ज्यादा परेशान कर रखा है तो ऐसे में कौन से उपाय मददगार साबित हो सकते हैं, आइए जानते हैं.

एसी में न बैठें

धूप से आने के बाद आप तुरंत एसी या कूलर में न बैठें. इससे सर्द-गर्म हो सकता है, जिसका असर गले पर देखने को मिल सकता है. अगर आप एसी में बैठने जा रहे हैं तो इसका तापमान 25 डिग्री के आसपास रखें.

नमक पानी से गार्गल

सबसे पहले यही सलाह दी जाती है कि गले में खराश के लक्षणों का इलाज करने के लिए सबसे पुराने और सबसे लोकप्रिय प्राकृतिक उपचारों में से एक नमक पानी से गार्गल किया जाए. गुनगुनी नमक पानी के गार्गल का उपयोग ठंड, सूखी खांसी और अन्य फ्लू के लक्षणों को भी ठीक करने में मदद मिल सकती है. यह बलगम और सूजन को कम करके, आपके गले को शांत करने में मदद करेगा.

हर्बल चाय

अदरक, लौंग और ग्रीन टी में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो क्विक प्रभावी हैं और गले में राहत में मदद कर सकते हैं. आप अपनी पसंदीदा प्रकार की हर्बल चाय चुन सकते हैं. किसी भी हर्बल चाय पर ओवरडोज न करें क्योंकि इससे गर्मी के कारण अपच हो सकता है.

नहाना हो सकता है नुकसानदायक

कई बार धूप से आने के बाद हम सीधा नहाने या फिर मुंह धोने चले जाते हैं. इससे जुकाम या गले में खराश हो सकती है. इसलिए थोड़ी देर बैठने के बाद ही पानी के संपर्क में जाएं.

कोल्ड ड्रिंक्स करें अवॉयड

गर्मियों के मौसम में आइसक्रीम और कोल्ड ड्रिंक पीने में मजा तो बहुत आता है, लेकिन इनसे गला खराब हो सकता है. कोल्ड ड्रिंक्स शरीर को डिहाइड्रेट भी कर देती हैं. इसलिए ठंडी चीज़ों को खाना अवॉयड करें.

स्टीम लें

गले की खराश या बलगम को दूर करने के लिए स्टीम लें. कई बार गरारे से खराश ठीक नहीं होती. ऐसे में स्टीम ज्यादा असरदार तरीके से काम करती है. इसके लिए जरूरी है कि खुद को स्टीमर के साथ कंबल या तौलिए से ढक लें. इसके बाद 5 से 7 मिनट तक स्टीम लें.

हल्दी का दूध

हल्दी में एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो गले और नाक के मार्ग से संबंधित किसी भी स्थिति के इलाज में मदद करते हैं. हल्दी का दूध गले की स्थिति के इलाज के लिए एक कारगर घरेलू उपाय है.

काढ़ा भी है फायदेमंद

गर्मी से हिसाब से काढ़ा तैयार करें. एक लीटर पानी में तुलसी, काली मिर्च, सोंठ, दालचीनी सभी को 1-1 चम्मच मिलाकर काढ़ा तैयार करें और पी लें. इससे काफी राहत मिलेगी.

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