30 की उम्र पार करते ही शरीर में कई शारीरिक और हार्मोनल बदलाव शुरू हो जाते हैं। इस दौरान मेटाबॉलिज्म धीमा होने लगता है, स्किन की चमक कम होने लगती है और हड्डियों की मजबूती भी घटने लगती है। ऐसे में खानपान में बदलाव लाकर इन असर को काफी हद तक रोका जा सकता है। आइए जानते हैं उन सुपरफूड्स के बारे में जो आपकी सेहत को लंबे समय तक जवां बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
नट्स और सीड्स: झुर्रियों को करें अलविदा
बादाम, अखरोट, चिया सीड्स और फ्लैक्स सीड्स जैसे नट्स और बीजों में ओमेगा-3 फैटी एसिड्स, प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। ये न केवल स्किन की क्वालिटी को बेहतर बनाते हैं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी हैं। रोजाना मुट्ठीभर नट्स और सीड्स का सेवन करने से झुर्रियां और फाइन लाइन्स कम होने लगती हैं।
मौसमी फल: स्किन की रौनक बढ़ाएं
मौसमी फल एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। ये फल शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इनके सेवन से त्वचा में निखार आता है और एनर्जी भी बनी रहती है।
हरी पत्तेदार सब्जियां: उम्र की रफ्तार को करें धीमा
पालक, मेथी, सरसों जैसी हरी सब्जियां आयरन, फोलेट, विटामिन K और फाइबर का खजाना हैं। ये कोशिकाओं को डैमेज होने से बचाती हैं और बुढ़ापे की प्रक्रिया को धीमा करती हैं। इन्हें नियमित आहार में शामिल करने से शरीर अंदर से मजबूत बनता है।
दही और छाछ: पाचन बेहतर, हड्डियां मजबूत
छाछ और दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन क्रिया को सुधारते हैं और पेट की समस्याओं से राहत देते हैं। साथ ही इनमें मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूत बनाता है। 30 की उम्र के बाद हड्डियों की सेहत के लिए इन डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन जरूरी है।
हल्दी और अदरक: सूजन और जोड़ों के दर्द में राहत
हल्दी और अदरक में पाए जाने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट तत्व शरीर में सूजन को कम करते हैं और जोड़ों के दर्द में राहत देते हैं। इनका रोजाना सेवन बढ़ती उम्र के असर को कम करने में मदद करता है।