Women’s Day:स्टार्टअप हो या Technology  शहर की महिलाएं दे रहीं हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की सीख

By AV NEWS

अंकिता वैद्य\महिलाओं के सम्मान और समाज में उनके महत्व को दर्शाने के लिए हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस यानी International Women’s Day 8 मार्च को मनाया जाता है। इस खास मौके पर महिलाओं को रिस्पेक्ट देना, उन्हें आगे बढऩे के लिए मोटिवेट करना, उन्हें थैंक यू कहना और जीवन में उनके महत्व को समझते हुए उनकी सराहना की जाती है। आज इसी कड़ी में हम बात करेंगे उज्जैन शहर की ऐसी महिलाओं जो हर क्षेत्र में आगे हैं, फिर चाहे बात हो लोगों को कुकिंग सीखाने की, अपना व्यवसाय करने की, संगीत की या फिर टेक्नोलॉजी की।

घर बैठे करवा रही ऑनलाइन पूजा

यह है, स्टार्टअप Panditg.in की फाउंडर प्रियंका शिवहरे। कुछ दिनों पहले हुए रीजनल इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव में Panditg.in की खूब चर्चा रही। दरअसल, Panditg.in एक ऐसी वेबसाइट है जिससे आप घर बैठे दोष निवारण पूजा के लिए पंडितजी बुक कर सकते हंै। यही नहीं बल्कि इससे आप घर बैठकर ऑनलाइन पूजा में शामिल भी हो सकते हैं।

उज्जैन की महाशक्ति नगर निवासी प्रियंका ने सिर्फ 15 हजार रुपए से इस स्टार्टअप आइडिया को आकार दिया। आज प्रियंका और उनकी टीम इस वेबसाइट से अच्छे पैसे कमा रही हैं। उन्होंने हमें बताया कि दूसरे शहर से आने वाले श्रद्धालुओं को यहां पूजन व्यवस्था करने में और पंडित जी को खोजने में काफी दिक्कत होती थी। इसी परेशानी को दूर करने के लिए इस स्टार्टअप का आइडिया आया। हम ऐसी महिलाओं और उनकी नई सोच का सम्मान करते हैं।

कुकिंग को बनाया कॅरियर

मिलिए लोगों को कुकिंग में एक्सपर्ट बनने की ट्रेनिंग देने वाली शिखा शर्मा से। बचपन से पाक कला की शौकीन शिखा ने सात साल पहले कुकिंग को कॅरियर बनाने का फैसला किया। पहले उन्होंने कुकिंग और बैकिंग के ऑर्डर लेना शुरू किया। फिर इन्होंने ऑफलाइन कुकिंग क्लासेस शुरू की।

इन्होंने दो साल पहले कोरोनाकाल में फेसबुक पर ऑनलाइन सीखाना शुरू किया और आज इनके ९ हजार फॉलोअर हैं। शिखा ने बताया कि आज उन्होंने शहर के 4 हजार से ज्यादा लोगों को कुकिंग करना सिखाया है। उनके कुकिंग के शौक ने उन्हें फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट बनाया है। उन्होंने खुद पैसे जोड़कर एक घर खरीदा है। शिखा के कुकिंग टेलेंट और उसके लिए उनके पेशन को हमारा सलाम है।

महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

यह है सुमीना लिग्गा जो अपना फूड प्रोडक्शन कारोबार नियोमा फूडस चलाती है। इन्होंने 25 साल पहले एक किराए की जगह लेकर अपने कार्य की शुरुआत की। बिना पूंजी के दैनिक रसोई उपकरणों के उपयोग करके इन्होंने एक उत्पाद से उत्पादन शुरू किया। आज 14 उत्पादों का कारोबार 2001 में 2.5 लाख प्रतिवर्ष से बढ़कर आज 2 करोड़ हो गया है।

इस उद्योग में 80 प्रतिशत महिलाएं काम करती है। इन्हें लघु उद्योग भारती – महिला इकाई, उज्जैन के अध्यक्ष के रूप में दो बार नियुक्त किया गया। इनका मानना है कि महिलाओं को मुश्किल समय में घबराना नहीं चाहिए। उन्हें अपने मन की आवाज सुनना और आत्मनिर्भर बनने का प्रयास करना चाहिए। आपकी इच्छाशक्ति और संकल्प का हम सम्मान करते हैं।

बोहरा समाज की तीन पीढ़ी, नारी शक्ति की मिसाल

जाति-धर्म से परे यदि इंसान को इंसान से कोई जोड़कर रखता है तो वह है- संगीत। संगीत का कोई मजहब नहीं होता। ऐसा ही एक परिवार उज्जैन में भी है, जहां एक ही घर में कुरान की आयात भी है, तो भजनों की स्वर लहरियां भी गूंजती हैं। यह परिवार है तो बोहरा समुदाय से लेकिन जब वे हिन्दू देवी-देवता खासकर शिव, राम और कृष्ण भजन और गीत को ताल के साथ स्वर प्रदान करते हैं तो हर कोई भक्ति रस में मगन हो जाता है।

जी हां हम बात कर रहे हैं तीन पीढ़ी मां-जैनब नागपुरवाला, नैनाज़ हुसैन और उनकी दोनों बेटियां जुनैना, जैस्मीन की। पास ही में रहने वाले पं. ओमप्रकाश शर्मा जी माच, धार्मिक और लोक-गीत के ख्यात कलाकार का संगीत के लिए हमेशा प्रोत्साहन ही मिला। वर्तमान में आप शहर की ख्यात शास्त्रीय गायिका अर्चना तिवारी के सान्निध्य में अपने गीत-संगीत की कला को निखार रही हैं। धर्म- जाती से परे आपके संगीत के इस ज़ज़्बे को हमारा सलाम है।

प्रकृति की अनुपम सौगात है नारी

अर्चना बाफना

प्रकृति की अनुपम सौगात है नारी

सृष्टि की जननी व शक्ति है नारी

घर परिवार समाज की धुरी है नारी

ममता व स्नेह की प्रतिमूर्ति है नारी

त्याग व समर्पण की मूरत है नारी

संघषो में मीठी बयारप होती है नारी

दुश्मनों के लिए काली रूप है नारी

जीवन संग्राम में समता मय है नारी

कभी अन्नपूर्णा कभी दुर्गा होती हैं नारी

साक्षात सरस्वत तीका वास होती है नारी

जीवनदीप मैं लक्ष्मी का वास होती है नारी

नव देवियों के रूप में विराजित है नारी

पति का मान घर का सम्मान है नारी

माथे की बिंदी पायल की झंकार है नारी

आकाश सा विस्तृत ह्रदय रखती है नारी

धरती सा धीरज व गांभीर्य धरती है नारी

सीपी सा उज्जवल मोती होती है नारी

निर्मल जल की पावन गंगा सी है नारी

सहनशीलता का पर्याय होती है नारी

घर को स्वर्ग सा सुंदर बनाती है नारी

अनगिनत उपमानो से उपमानित है नारी

मान सम्मान मिले पृथ्वी की जननी को

जीवन का कण कण अर्पित करते हैं आपको

सम्मान मिले सत्कार मिले पृथ्वी की जाननी को

यही अभिलाषा रखते हैं इस शुभ दिवस पर

नमन है वंदन है अभिनंदन है हर नारी को

Share This Article