पितरों की तस्वीर घर में लगाने से पहले जान लें वास्तु के विशेष नियम

वास्तुशास्त्र में घर में पूर्वजों की तस्वीर लगाने के कुछ विशेष नियम बताए गए हैं, जिनका ख्याल रखना जरूरी होता है। सही स्थान और सही दिशा में पितरों की तस्वीर घर में लगाने से सकारात्मकता बनी रहती है और घर से नकारात्मकता दूर होती है। साथ ही, परिवार के सदस्यों की उन्नति पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं पितरों की तस्वीर घर में लगाने के वास्तुशास्त्र के कुछ खास नियम…

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

पितरों की तस्वीर यहां लगाना पड़ेगा भारी: माना जाता है कि भूलकर भी घर के ब्रह्म यानी मध्य स्थान पर, बेडरूम में या किचन में पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। वास्तुशास्त्र के अनुसार, इन स्थानों पर पितरों की तस्वीर लगाना उनके अपमान के बराबर माना जाता है। साथ ही, इससे घर के खुशनुमा माहौल पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है और गृह क्लेश बढऩे लगता है। ऐसे में गलती से भी पितरों की तस्वीर घर के इन स्थान पर न लगाएं।

पितरों की तस्वीर दीवार पर लटकाना कितना सही: हम अक्सर देखते हैं कि लोग अपने घरों में पितरों की तस्वीर को किसी दीवार पर लटकाकर रखते हैं। लेकिन क्या ऐसा करना सही है? वास्तुशास्त्र की मानें तो पितरों की तस्वीर को कभी भी घर में लटकाकर नहीं रखना चाहिए। इसकी बजाए आप एक लकड़ी का स्टैंड या टेबल बनवाकर उसके ऊपर पूर्वजों की तस्वीर रख सकते हैं। माना जाता है कि पितरों की तस्वीर को गलत स्थान पर लटकाने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है और घर में नकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है।

पितरों की तस्वीर यहां लगाने से रुकती है घर की तरक्की- वास्तुशास्त्र में बताया गया है कि पितरों की तस्वीर को कभी भी घर में ऐसी जगह पर नहीं लगाना चाहिए, जहां आते जाते आपके घर के सदस्यों की उस पर नजर पड़े। ऐसा करने से परिवार के मन में निराशा का भाव उत्पन्न हो सकता है और इसका बुरा प्रभाव जीवन पर भी पड़ता है। इसके अलावा, पितरों की तस्वीर को घर में दक्षिण और पश्चिम दीवारों पर भी नहीं लगाना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से परिवार के सदस्यों की तरक्की रुक सकती है और कार्यों में अड़चनें आने लगती हैं। साथ ही, इससे घर की सुख-समृद्धि भी कम हो सकती है।

एक से अधिक पितरों की तस्वीर न लगाएं: अगर आपने घर में पितरों की कई सारी तस्वीरें लगा रखी हैं तो उन्हें तुरंत हटा दें। वास्तु के अनुसार, घर में एक से अधिक पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। साथ ही, तस्वीर को ऐसे स्थान पर नहीं लगाना चाहिए जहां आते-जाते मेहमानों की उस पर नजर पड़े। माना जाता है कि ऐसे स्थान पर पूर्वजों की तस्वीर लगाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगता है। साथ ही, इससे घर से खुशहाली जा सकती है और आर्थिक संकट का सामना भी करना पड़ सकता है।

पितरों की तस्वीर घर में कहां लगाएं- वास्तुशास्त्र के अनुसार, घर में पितरों की तस्वीर को उत्तर दिशा में इस प्रकार लगाना चाहिए कि उनका मुख दक्षिण की ओर हो। ऐसा माना जाता है कि दक्षिण दिशा पितरों की होती है। ऐसे में उत्तर की तरफ तस्वीर लगाने से उनका मुख दक्षिण की ओर रहेगा। मान्यताओं के अनुसार, इस प्रकार पितरों की तस्वीर लगाने से परिवार के सदस्यों का जीवन के संकटों और अकाल मृत्यु से बचाव होता है। इसके अलावा, पितरों की तस्वीर उत्तरी हिस्से के कमरों में ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में लगाई जा सकती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की आप जहां भी पितरों की तस्वीर लगाएं वह स्थान दिशा दोष से मुक्त होनी चाहिए। इस प्रकार पितरों की तस्वीर लगाने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

Related Articles