पुलिस थानों की तरह अब महाकाल मंदिर में भी सुरक्षा के लिए बीट प्रभारी जिम्मेदार रहेंगे

महाकाल मंदिर की सुरक्षा छह सेक्टर में रहेगी, प्रत्येक सेक्टर में एक बीट प्रभारी तैनात रहेगा

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

बीट प्रभारी अपने साथियों पर पूरी नजर रखेगा…

निजी कंपनी की वर्तमान व्यवस्था बदल जाएगी…

बेहतर काम करने वालों को पुरस्कार दिए जाएंगे

अक्षरविश्व न्यूज उज्जैन। महाकाल मंदिर एक बार फिर नया प्रयोग किया जाएगा। इस बार मुद्दा सुरक्षा का है। यहां की व्यवस्था पुलिस थानों की तरह होगी। यानी बीट प्रभारी नियुक्त किए जाएंगे। फिलहाल छह बीट बनाई गई हैं। इन बीटों में यदि कोई गड़बड़ी होती है तो प्रभारी को ही जिम्मेदार माना जाएगा।

गौरतलब है कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में बिना अनुमति प्रवेश करने की कई घटनाएं प्रकाश में आ चुकी हैं। पूर्व में महाराष्ट्र के वीआईपी के साथ कुछ लोग प्रवेश कर गए थे और अभी कुछ ही दिनों पूर्व एक महामंडलेश्वर के साथ युवक ने प्रवेश किया। ऐसी घटनाओं के वीडियो बाहर आ जाते हैं और फिर जांच होती है। वहां तैनात रहने वालों से पूछताछ होती है फिर कार्रवाईं सिरे चढ़ती है। बिना रसीद कटाए भस्मार्ती में प्रवेश और फिर लंबी जांच। ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा का नया प्लान तैयार किया गया है। महाकाल मंदिर समिति के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने बताया कि मंदिर परिक्षेत्र को छह सेक्टर में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में होमगार्ड, पुलिस और निजी कंपनी के कर्मचारियों को तैनात किया जाएगा। इन बीटों में सेक्टर की महत्ता के अनुसार कर्मचारियों की संख्या निर्धारित की जाएगी। प्रत्येक सेक्टर में एक बीट प्रभारी की नियुक्ति की जाएगी। वह तैनात सभी कर्मचारियों पर नजर रखेगा। देखेगा कि बीट में सुरक्षा व्यवस्था किस प्रकार संचालित की जा रही है।

बीट प्रभारी ही जिम्मेदार होगा
यदि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी या शिकायत आती है तो कर्मचारी नहीं बीट प्रभारी को दोषी माना जाएगा। इसलिए बीट प्रभारी भी ऐसा तैनात किया जाएगा जो चुस्त, दुरूस्त और तेज तर्रार हो। बीट में काम करने वाले उसके निर्देश का पालन करें। यदि कोई कर्मचारी बीट में ढंग से काम नहीं करता है कि बीट प्रभारी की अनुशंसा पर उस कर्मचारी को हटा दिया जाएगा।

और यह व्यवस्था भी रहेगी
एक्शन प्लान के अनुसार बीट में काम करने वालों और बीट प्रभारियों को बेहतर काम करने के लिए समय-समय पर पुरस्कृत भी किया जाएगा। पुरस्कार की इस योजना से काम करने वालों को प्रोत्साहन मिलेगा और मनोबल भी बढ़ेगा। जूनवाल ने बताया कि सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों की प्रोफाइल देखी जाएगी। उन्हें समझाया जाएगा कि वे अपना काम पूर्ण ईमानदारी और लगन से करेें। किसी भी प्रकार की शिकायत का मौका न दें। उन्होंने बताया कि बीटों में तैनात होने वाले कर्मचारियों के कार्यों की समीक्षा की जाएगी।

पुरानी व्यवस्था बदल दी जाएगी

जूनवाल ने बताया कि वर्तमान में क्रिस्टल कंपनी के सुरक्षा अधिकारी अपने कर्मचारियों की तैनाती के लिए व्यवस्था बनाते हैं। वे ही सुपरवाइजर तैनात करते हैं। कंपनी द्वारा कर्मचारियों का ड्यूटी चार्ट बनाया जाता है। नई व्यवस्था पुलिस चौकी से निर्धारित होगी। पूरा प्लान तैयार है। मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा से चर्चा के बाद इसे लागू कर दिया जाएगा।

Related Articles