उज्जैन में 160 करोड़ रुपयों से 1.8 किलोमीटर लंबा रोप वे लगाने की तैयारी
रेलवे स्टेशन से सात मिनट में पहुंचेंगे महाकाल मंदिर जमीन अधिग्रहण की तैयारी तेज
13 टॉवर पर चलेगा रोप वे, सिर्फ एक टॉवर निजी जमीन पर
अक्षरविश्व न्यूज . उज्जैन:महाकाल दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए करीब 160 करोड़ रुपए की लागत से 1.8 किलोमीटर लंबा रोप वे बनाने की तैयारी तेज हो गई है। इसके लिए नेशनल हाईवे लाजिस्टिक मैनेजमेंट लिमिटेड ने एक कंपनी को ठेका दे दिया है और जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू कर दी है। इसके शुरू होने पर करीब 132 फीट की ऊंचाई से लोग महाकाल मंदिर और महालोक का दृश्य निहार सकेंगे।
रोप वे रेलवे स्टेशन से शुरू होगा और महाकाल मंदिर क्षेत्र में रूद्रसागर के सामने गणेश नगर में रूद्रसागर पर बन रहे पुल के सामने इसका स्टेशन होगा। कुल 1.8 किलोमीटर लंबे रोप वे के लिए 13 टॉवर 132 फीट की ऊंचाई तक बनाए जाएंगे। जमीन का सर्वे शुरू कर दिया गया है और इन पर मार्किंग भी की जा रही है। 12 टॉवर सरकारी जमीन पर आ रहे हैं जबकि एक टॉवर निजी जमीन पर आ रहा है।
रेलवे ने मांगी जीएसटी सहित राशि
रेलवे ने जमीन के बदले जीएसटी सहित राशि की मांग की है। पेच यह है कि जीएसटी दो करोड़ रुपए से अधिक लगेगा। यह राशि देने से सरकार ने यह कहकर देने से इंकार कर दिया है कि शासकीय कार्यमें इसकी जरूरत नहीं है। रेलवे इससे सहमत नहीं है। रेलवे ने 14 करोड़ 60 लाख रुपए के अतिरिक्त ढाई करोड़ रुपए की जीएसटी का भुगतान भी मांगा है।
मकानों का किया जाएगा अधिग्रहण
निजी जमीन पर कुछ मकान बने हुए हैं। इन मकानों का अधिग्रहण किया जाएगा। मकान मालिकों को मुआवजा दिया जाएगा। एक टॉवर करीब 50 फीट जमीन पर बनेगा। रोप वे शुरू होने पर रेलवे स्टेशन से लोग पांच से सात मिनट में ही महाकाल मंदिर के महालोक क्षेत्र पहुंच जाएंगे।
रेलवे ने मांगा 17 करोड़ का मुआवजा
रोप-वे निर्माण के लिए रेलवे की करीब 14 हजार स्क्वायर मीटर जमीन की जरूरत है। रेलवे ने राज्य शासन से 17 करोड़ रुपए की मांग की है। इसमें जीएसटी भी जोड़ा गया है। रेलवे ने राज्य शासन से कहा है कि जमीन 35 वर्षो की लीज पर दी जाएगी, किंतु पहले राशि जमा कराना जरूरी है।